Book Title: Jain Dharma ka Yapniya Sampraday
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
View full book text
________________
सन्दर्भ-ग्रन्थ सूची :- ५१९
३४. जैन शिलालेख संग्रह, भाग-३, संग्रहकर्ता - पं० विजयमूर्ति, माणिकचन्द्र दिगम्बर
जैन ग्रन्थमाला, मुम्बई, वि० सं० २०१३. ३५. जैनशिलालेखसंग्रह, भाग-४, संपादक - डॉ० विद्याधर जोहरापुरकर, भारतीय
ज्ञानपीठ , काशी, वी० नि० सं० २४९१.. ३६. जैनशिलालेखसंग्रह, भाग-५, संपादक - डॉ० विद्याधर जोहरापुरकर, भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली, ई० स० १९७१.
. ३७. जैनसत्यप्रकाश, वर्ष ६, अंक ४. ३८. जैन साहित्य और इतिहास, नाथूराम प्रेमी, द्वि० संस्करण, बम्बई, ई० स०
१९५६. ३९. जैन साहित्य और इतिहास पर विशद प्रकाश, पं० जुगल किशोर मुख्तार, वीर
शासन संघ, कलकत्ता, ई० स० १९५६. ४०. जैन साहित्य का इतिहास ( पूर्व पीठिका ),पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री, गणेश प्रसाद
वर्णी ग्रन्थमाला, वाराणसी, ई० स० १९६२ . .. ४१. जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भाग-५, अंबालाल पी० शाह, पार्श्वनाथ विद्याश्रम
शोध संस्थान, वाराणसी, ई० स० १९६९. ४२. जैनसिद्धान्तभास्कर, संपादक – हीरालाल जैन, भाग-११, अंक १, आरा, जून,
ई० स० १९४४. ४३. जैन हितैषी, नाथूराम प्रेमी, भाग-१३. ४४. ज्ञाताधमर्कथा, संपादक - मधुकर मुनि, आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, ई०
स० १९८१. ४५. तत्त्वार्थवार्तिक, संपादक - महेन्द्रकुमार जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, ई० स०
१९५७. ४६. तत्त्वार्थश्लोकवार्तिक, भट्ट अकलंक, संपादक - पं० महेन्द्रकुमार जैन, भारतीय
ज्ञानपीठ, काशी, ई० स० १९५७. ४७. तत्त्वार्थसूत्र, संपादक - जुगलकिशोर मुख्तार, वीर सेवा मन्दिर, सहारनपुर, ई०
स० १९४४. ४८. तत्त्वार्थसूत्र ( जैनागम समन्वय ), उपाध्याय आत्मारामजी, दिल्ली, ई० स०
१९३४. ४९. तत्त्वार्थाधिगमसूत्र ( स्वोपज्ञभाष्य और सिद्धसेनगणि की टीका सहित ), जीवचंद्र,
साकरचंद्र झवेरी, सूरत, ई० स० १९३०. ५०. तिलोयपण्णत्ति, यति वृषभाचार्य, जैन साहित्य संरक्षक संघ, शोलापुर, ई० स०
१९४३.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550