Book Title: Jain Dharma ka Yapniya Sampraday
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 538
________________ ५२२ : जैन धर्म का यापनीय सम्प्रदाय ८४. बृहद् हिन्दी कोश, कालिका प्रसाद, ज्ञानमण्डल प्रकाशन, वाराणसी, ई० स० १९५२. ८५. बोधपाहुड ( अष्टप्राभूत ) , परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास, ई० स० १९६९. ८६. भगवई, संपादक - युवाचार्य महाप्रज्ञ, जैन विश्वभारती, लाडनूं, प्रथम संस्करण, ई० स० १९७४. ८७. भगवतीआराधना (विजयोदया टीका); संपादक-सिद्धान्तशास्त्री पं० कैलाशचंद्र शास्त्री, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर, प्रथम संस्करण, ई० स० १९७८. ८८. भट्टारक सम्प्रदाय, विद्याधर जोहरापुरकर, गुलाबचंद दोशी, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर, ई० स० १९५८. ८९.. भद्रबाहुचरित, अनुवादक - उदयलाल कासलीवाल, जैनभारती भवन, बनारस सिटी, वी०नि० सं० २४३७. ९०. भरहुत, डॉ० रमानाथ मिश्र, मध्य प्रदेश हिंदी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, ई० स० १९७१. ९१. भावपाहुड ( अष्टप्राभृत), आचार्य कुन्दकुन्द, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास, ई० स० १९६९. ९२. महापुराण ( टिप्पण युक्त ), अनुवादक - देवेन्द्र कुमार जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली, प्रथम संस्करण, ई० स० १९७९. ९३. महावग्गो, संपादक - भिक्षु जे० काश्यप, पाली पब्लिकेशन बोर्ड, बिहार, प्रथम संस्करण, ई० स० १९५६. ९४. मूलाचार ( दो भाग ), भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ली, ई० स० १९८४ १९९२. ९५. यापनीय और उनका साहित्य, डॉ० कुसुम पटोरिया, वीर सेवा मंदिर ट्रस्ट प्रकाशन, वाराणसी, प्रथम संस्करण, ई० स० १९८८. ९६. रत्नाकरावतारिका, संपादक - पं० दलसुख मालवणिया, लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामंदिर, अहमदाबाद, ई० स० १९७२. ९७. लाटीसंहिता, संपादक - पं० दरबारीलाल न्यायतीर्थ, माणिकचंद्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला समिति, बम्बई, वि० सं० १९८४. ९८. लिंगपाहुड ( अष्टप्राभृत ), परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास, ई० स० १९६९. ९९. वरांगचरित, जटासिंहनंदि, संपादक - ए० एन० उपाध्ये, माणिकचंद दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला समिति, मुंबई, वी० नि० सं० २४६५. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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