Book Title: Jain Dharma Darshan Jain History Series 11
Author(s): Mohanlal Mehta
Publisher: 108 jain Tirth Darshan Trust

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Page 441
________________ सुरि ता नर वर्षाका निषेवि सेवाक बदनामी सुनको घटाकर दिनीनगर कमाकमा निकलना मिथिखास्वायादितिसमाव किनकी नानामिवाधकालिमानामिव निर्वा विलासिन्यामा मा नारा ज्यागामी नकारा चाकणला मिनोतर मयानियाज्ञानख तुम वजन दिना बै संकल्पियामा या वापसनीयश्रम लाय वाशिम ॥ किमिद पलायिनादाय प्रासादमाथिमाई नामयानान्सिय किमनिलालयित श्रयानिधिमाथिको नीजनकानिनिमायाति भिषाणि वचनावका किम वाजवावा सुखनासिकाया फल वाद्यमानखमा नाही सम्मान जतानका दव सवादुवा जोसेम विविमनामा नमामिका पतिनिक ऋष्वाचनमा दिन यकस्यामिडियान मिकलय ममैवायमहियाति नामासावरी गनाक दादी नाराल मात्र अम४युद्धमवन मानव चिरमावा मामीमधिगतय मापद पिमासानामात कापापिदि सूर्यमालावाद्या कविला गाविसमदड लालविरु कुणानामनजायमानरामय सं लिपिसमि मापिनान्यविनिता माम मानवाकाराना ज्ञान माझा गमान ४विद्यायाम नाशिकजवनाधि शिया लोक בחילה

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