Book Title: Jain Dharm
Author(s): Nathuram Dongariya Jain
Publisher: Nathuram Dongariya Jain

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Page 121
________________ हमारी पुस्तकें सचित्र वीर प्रतिभा-यह भगवान महावीर स्वामी का राधेश्याम रामायण की तर्ज़ में गर्भ से लेकर निर्वाण तक का पूर्ण जीवनचरित्र है जो कि नवीन ढङ्ग से ओजस्त्री भाषा में लिखा गया है, और वीर जयन्ती पर तबला, हारमोनियम पर सुनाने व बांटने योग्य है । मूल्य -)|| व पोस्टेज )। सचित्र रक्षाबन्धन कथा-राधेश्याम रामायण की तर्ज में लेखक की यह वही प्रसिद्ध पुस्तक है जिसे आचार्य शान्तिसागर महाराज तक ने कई बार चाव के साथ मुना और सराहा है। वात्सल्य अङ्ग के पालन की समुचित शिक्षा इसी से मिलती है। मूल्य =) व पोस्टेज )। जैन-धर्म- प्रस्तुत पुस्तक, न्यौछावर ।-) पोस्टेज 7) वितरण करने के लिये सब प्रतियां लेने वालों को बहुत किफायत से दे देंगे, पत्र व्यवहार कीजिये। नोटः-जो सजन सब पुस्तके या सिर्फ “जैनधर्म" मँगावेंगे उन्हें भक्तामर काव्य, नवीन पद्यांनुवाद व अर्थ और मूल श्लोक सहित उपहार में भेजा जायेगा। पुस्तकों का मूल्य व पोस्टेज खर्च मनिआर्डर से ही आना चाहिये, वी० पी० नहीं की जायेगी। मनिआर्डर आने पर बुकपोस्ट से पुस्तके तुरन्त ही रवाना कर दी जायेंगी, पुस्तक विक्रेताओं को उचित कमीशन भी मिलेगा। हर प्रकार के पत्र व्यवहार का पता-- नाथूराम डोंगरीय जैन, जैन-शिक्षा-मन्दिर बिजनौर, (यू० पी० ) Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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