Book Title: Jain Darshan me Tanav aur Tanavmukti
Author(s): Trupti Jain
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

View full book text
Previous | Next

Page 337
________________ जैनधर्म दर्शन में तनाव और तनावमुक्ति 335 (राज.) 32. | आ. महाप्रज्ञ प्रेक्षाध्यान योग-पद्धति 2004 जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) | 33. | आ. महाप्रज्ञ प्रेक्षाध्यान : शरीरप्रेक्षा जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) | 1997 | अ.. आ. महाप्रज्ञ प्रेक्षाध्यान : चैतन्यकेन्द्रप्रेक्षा 1985 | जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) 35. | आ. महाप्रज्ञ 1986 प्रेक्षाध्यान : आगम और आगमोत्तर स्त्रोत | 36. | आ. महाप्रज्ञ प्रेक्षाध्यान : लेश्याध्यान जैन विश्वमारती, लाडनूं | (राज.) जैन विश्वभारती, लाडनूं - - 1997 (राज.) | जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) 37. | आ. महाप्रज्ञ महावीर का स्वास्थ्यशास्त्र | आ. महाप्रज्ञ महावीर का अर्थशास्त्र | जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) 39. | ओ. महाप्रज्ञ | विश्वशांति और अहिंसा ___ 1995 जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) | 40. | श्री मल्लिषेणसूरिप्रणीता स्याद्वमंजरी श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, अगास -41. . ज्ञानसार यशोविजयजी, विवेचन भद्रगुप्त विजयजी विश्वकल्याण प्रकाशन ट्रस्ट भवन, महेसाणा वि.सं. 2042 यशोविजयजी ज्ञानसार -1995 प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर . 4 अध्यात्मसार 43. | यशोविजयजी, अनु. डॉ. प्रीतिदर्शनाश्रीजी प्राच्य विद्यापीठ, शाजापुर | ___2006 | प्राजिंदरसिंह आत्मशक्ति अज्ञात Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344