Book Title: Jain Darshan me Tanav aur Tanavmukti
Author(s): Trupti Jain
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 336
________________ 334 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 29. 30. डॉ. द्वारकाप्रसाद 31. साध्वी प्रियलताजी पं. बनारसीदासजी आ. भगवान् देव भगवानदास केला आ. महाप्रज्ञ 28. आ. महाप्रज्ञ आ. महाप्रज्ञ आ. महाप्रज्ञ आ. महाप्रज्ञ आ. महाप्रज्ञ आ. महाप्रज्ञ Jain Education International योग: एक वरदान त्रिविध आत्मा की अवधारणा समयसार नाटक योग द्वारा रोग निवारण जीवनधर्म : अहिंसा अवचेतन मन से सम्पर्क अनेकांत है तीसरा नेत्र चेतना का ऊर्ध्वारोहण चित्त और मन जैनधर्म दर्शन में तनाव और तनावमुक्ति ग्रंथालय, शास्त्री सर्किल, उदयपुर प्रेक्षाध्यान : आधार व स्वरूप सुबोध पब्लिकेशन्स, 2/3, बी, अंसारी रोड, नई दिल्ली सत्साहित्य प्रकाशन एवं प्रचार विभाग, श्री कुन्दकुन्द कहान दिगम्बर जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट, जयपुर डायमण्ड पॉकेट बुक्स, 27/5, दरियागंज, दिल्ली जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) युवाचार्य महाप्रज्ञ साहित्य प्रकाशन कोश, मित्र परिषद्, कलकत्ता आदर्श साहित्य संघ, चुरू (राज.) जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) जीवन विज्ञान और जैन विद्या जैन विश्वभारती, लाडनूं प्रायोगिक (राज.) जैन योग आदर्श साहित्य संघ, चुरू (राज.) जैन विश्वभारती, लाडनूं For Personal & Private Use Only 1987 1988 1984 1985 1999 1999 1999 1985 www.jainelibrary.org

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