Book Title: Jain Darshan
Author(s): Mohanlal Mehta
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 401
________________ पृष्ठ ३१२-३८८ ११४-११५ ३५५-२५७ पृष्ठ ज्ञानवाद २०६-२११ नय तत्त्व २७६ नयवाद तत्त्वार्थसूत्र नयसप्त मंगी तम १६०-१६१ नाम तर्क २६५-२६६ तिर्यच नव्यन्याय-युग निकाचन तीर्य कर तेजस निगमन १९३-२३६ नित्यानित्यवाद ३५२-२४५ प्रस निद्रा वसदलक নিন্নালিল্লা दनान ११--१४.१६-२१ नियतिवाद २६-२९, ३७-३६, नियनि दर्शनपर्याय निर्वचनीय सनावरण ३८८ निर्जग मनोरयोग १६३ निर्वाग देशनिदेयी २२३ नीत्र गोत्र 10 २७९ ३५२ ८ २५५-३५ Pre 2/ १३ नंकाय १४६-११० स सिद्ध . २२-२ :

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