Book Title: Jain Agamo me Swarg Narak ki Vibhavana
Author(s): Hemrekhashreeji
Publisher: Vichakshan Prakashan Trust

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Page 319
________________ २९२ संदर्भ ग्रंथ सूची मूलग्रंथ १. अन्तकृद्दशा सूत्र संपादक-श्री मधुकर मुनि, प्रथमावृत्ति ब्यावर : श्री आगम प्रकाशन समिती, राज. २. अनुत्तरौपपातिक दशा, संपा. श्री मधुकर मुनि, प्रथमावृत्ति वि. सं. २०३८ ब्यावर : श्री आगम प्रकाशन समिती, राज. ३. उवासगदसाओ संपा. युवाचार्य श्री मधुकर मुनि, प्रथमावृत्ति ब्यावर : श्री आगम प्रकाशन समिती, राज. ४. औपपातिक सूत्र. संपा. युवाचार्य श्री मधुकर मुनि, प्रथमावृत्ति ब्यावर : श्री आगम प्रकाशन समिती, राज. ५. जीवाजीवाभिगम सूत्र भाग १-२. संपा. श्री मधुकर मुनि, प्रथमावृत्ति २०४६ ब्यावर : श्री आगम प्रकाशन समिती, राज. ६. जम्बूदीव पण्णत्ति संगहो/अधिकार जैन संस्कृति संरक्षण, शोलापुर वि. सं. २०१४ ७. ठाणं संपा. युवाचार्य महाप्रज्ञ, लाडनूं : जैन विश्वभारती, प्रथमावृत्ति वि. सं. २०३३ ८. तत्त्वार्थसूत्र-उमास्वाति (क) सर्वार्थसिद्धि-पूज्यपाद संपा. शास्त्री फूलचंद्र वाराणसी : भारतीय ज्ञानपीठ, द्वितीय संस्करण १९७१ (च) तत्त्वार्थवृत्ति-श्रुतसागर संपा. महेन्द्रकुमार प्रथमावृत्ति १९१८ काशी : भारतीय ज्ञानपीठ (छ) तत्त्वार्थसूत्र (विवेचन सहित) संपा. पं. सुखलाल संघवी तृतीयावृत्ति वाराणसी : पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान (ज) तत्त्वार्थाधिगम अभिनव टीका. मुनि दीप रत्नसागर जामनगर : अभिनव श्रुत प्रकाशन -३२ Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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