Book Title: Jain Agam me Darshan
Author(s): Mangalpragyashreeji Samni
Publisher: Jain Vishva Bharati

Previous | Next

Page 339
________________ क्रम ग्रंथ का नाम Jain Education International लेखक, सम्पादक संस्करण प्रकाशक । ग्रन्थ सूची 1965 97. मूलाराधना 98. योगशास्त्रम् 99. रत्नकरण्डक श्रावकाचार शिवार्य श्री हेमचन्द्राचार्य स्वामी समन्तभद्र 1926 सोलापुर श्री जैन धर्मप्रसारकसभा, भावनगर माणिकचन्द्र दि. जैन ग्रन्थमाला समिति, 1982 बम्बई 1987 जैन विश्वभारती, लाडनूं 100.रायपसेणइयं (उवंगसुत्ताणि-4) वा.प्र. आचार्य तुलसी खण्ड-1 संपा. युवाचार्य महाप्रज्ञ 101. वसुनन्दि श्रावकाचार आचार्य वसुनन्दि 10 2. विशेषावश्यकभाष्य (प्रथम भाग) जिनभद्रगणी क्षमाश्रमण 1952 For Private & Personal Use Only वि. सं. 2039 वीर सं. 24 89 103.विशेषावश्यकभाष्य (द्वितीय भाग) जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण 10 4. विसुद्धिमग्गो (पठमो भागो) संपा. डॉ. खेतधम्मो 1969 भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, बनारस-4 दिव्य दर्शन ट्रस्ट-6 8, गुलालवाडी, बीजे माले, मुम्बई- 400 004 दिव्यदर्शन कार्यालय, अहमदाबाद वाराणसेय संस्कृत, विश्वविद्यालय, वाराणसी चौखम्बा विद्याभवन वाराणसी-221 001 श्री स्वामी विज्ञानानन्द सरस्वती, गाजियाबाद (मेरठ), उत्तरप्रदेश 105.वेदान्तसार श्री सदानन्द 1990 10 6. वैशेषिकदर्शनम् संपा. उदयवीर शास्त्री 1972 www.jainelibrary.org 319

Loading...

Page Navigation
1 ... 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346