Book Title: Jai Jiyaappo
Author(s): Naybhadravijay Gani
Publisher: Param Dharm
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२२० २२९ १०६
२६१
२३०
पूर्वार्धः | उत्तरार्धः उप्परिवाडीगहणे उप्पायगउप्पन्ने संबद्धे उवउत्तो वि न याणइ उवगरणपूडू मासलहु उवटावणिचउगुरुगा उववासछट्टअट्ठम जहन्न उवसंपया विहारे उवहिममत्ते लहुगा उवही(हि?)हरणे गुरुगा उस्संघट्टिअकम्मिअभोगे एआरिसं विउसज्ज एअं पुण सबं एगाइ जा छमासं एगाइदसतेसुंएगाइदसतयं एगा कम्मिअ वसही एगागी खित्तबहिं कुणइ एगे अपरिणए एगे गिलाणि पाहुडि एमेव(5?)संखडेवी एवं दिवसे दिवसे ओगासे संथारुवसयकुल ओरालिए हिरण्णे ओहविभागे अ तहिं ओहेण दवभावाओसन्नगिहिसु लहुगा अंतो बहिंच दद्धे कयपवयणप्पणामो कंकणिअकंडगाई कंदपहासविगहाइएसु कंदपहासविगहाकसाय कत्तइ लोढइ पिंजइ कपेण पडिक्कमणं कमसो भिन्नं लहुगुरु कम्मसमुद्देसाइसु तिसु करकम्मस्स य करणे करणिज्जा जे जोगा कागनिवारणि लहुओ कागाइसाणगोणे कारणगहि उब्वरिअं
जइ - जीयकप्पो मूलगायाः पूर्वार्धः | उत्तरार्थः
मूलगाथाङ्क: २०० उ. कारणविणिग्गयस्सय ८ पू. |
कारणविहिपरिकम्मे २०३ पू. १४ उ. कारणि कम्मिअवसहीइ १८९ उ. १०८ पू. कारित पणकल्लं २३९ उ. ३२ उ. कालाइआइ लहुगो १८७ २५८ पू. कालाइक्कंतउवट्टाण १८३
कालाइक्कमणाइसु २३ उ. कालाद्धाणाइच्छि
१७ कालोदुविगपस्स वि २९६ उ. ३०४ पू. कीरइ अणवटुप्पो सो २८५ २९ पू. कोऊहलं व गमणं २४६ पू.
कोहे बहुदेवसिए २१३ २६९ पू.
खंडइ पीसइ भुंजइ १५० १५६ पू. खलिअस्स य सवत्थ
११ १८९ पू. खामिअविउसविआई ६२ पू. |
खारूमि भावे दबे १७३ २८ पू.
खित्ताओ पारंची २९४ उ. खुड्गभिक्खू
४० उ. गंतीकमणीभोगे
४९ पू. गच्छगयनिग्गयाणं लहुगा १६८ पू.
गच्छा अणिग्गयस्सा ७३ पू. ९४ उ. गच्छो उ दुन्नि मासे ७५ पू. १०४ गमणागमणविहारे सुअमि १८ पू. १५९ पू. गरहिअअचित्तमक्खिअ १३७ ९९ उ. गरहिअइअरेहिं २०२ पू. गाउअलहुगाढत्तं बत्तीसं ४९ उ.
गिम्हसिसिरवासासुं २४९ २३९ पू. गिलाणे बहुरोगी
२८ १२ उ. गिहिमत्ते पलिअके २०५ पू. १० उ. गिहिमाइणा तदुत्तरकरणे २३७ उ. १५२ उ. गिहिणा उवहिवहावणि २३६ २५३ उ. गिहिणोऽवरज्झमाणे ९६ पू. २११ उ. गुत्तीसमिइपमाए गुरुणो ९ पू. १०७ पू. गुरु उवहिअपडिलेहे
२१७ गुरुग अपेहे एगेगं ३०६ गुरुगा आयविराहणि १७५ गुरुगाऽऽयरिअ- ३८
गुरुगाइ छल्लहुत ५१ उ. १७ उ. गुरुगा गुरुगा लहुगा १९२ उ.
مو به مو مو مو به مو به مو مو مو به مو مو مو مو به مو مو مو مو مو به مو
प/१-२ २०६ पूर्वार्धः | उत्तरार्धः
मूलगाथाङ्कः गुरुगा सपच्चवाए गुरुगा हिरण्णमाई ९५ उ. गुरुगो अ बालवुड़े ३८ उ. गुरुगो इअरे लहुगो २०९ उ. गुरुगो दगुल्लवत्थाघट्टणे गुरुगो लहुगो दोसे गुरुमासो चउलहुअं गुरुलहुअ छपणमासा गुरु लहु लहुस ति २६० गुरुवसभभिक्खुखुड्डे गुरुवसभभिक्खुथरे
३९ घटुंती गाहंती आरंभंती १५३ हारिअघोउग्गामि १९७ हीणं वा अहिअंवा २५४ हीणयरे हीणयरं हीणयरे २५५ हीणे मझुक्कोसे कमेण ५५ उ. चउगुरु अचित्तगुरुसाहरिए १४९ पू. चउगुरुग विभूसाए २०४ चउगुरुग रायपिंडे २०५ चउगुरु मासगुरु कमा १४१ चउगुरु मासगुरु कमा १४५ उ. चउगुरुमासगुरु कमा १४८ चउगुरुमासगुरु कमा १६५ चउगुरु सचित्तअणंतमीसिए १५८ चउछट्टट्ठमऽकरणे
२३२ चउद्दसपुबधरंमि धर २९८ चउभंगी इअ सत्तसु चउभेए उद्दिटे लहुमासो चउमासवरिससबु- २४२ चउरो चउगुरु अहवा चउरो वंदणलावं तेण चउलहु अ मासलहुआ १३९ चउलहुअमासलहुआ १४३ चउलहुअमासलहुआ १४६ चउलहु अ मासलहुआ १६३ उ. चउलहु अह चउगुरु १२५ उ. चउलहुअं लहइ मुणी १६२ पू. चउलहुअं सेसदुगे ११९ उ. चउलहु-गुरु-लहुमासो ४४ उ.
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७४ पू.
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१९९
१०६
७६
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