Book Title: Jago Mere Parth
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 231
________________ धर्म और जीवन - सापेक्ष चिन्तन- प्रधानं विशिष्ट साहित्य (अल्पमोली साहित्य, लागत से भी कम मूल्य पर) ऐसे जिएँ : श्री चन्द्रप्रभ जीने की शैली और कला को उजागर करती विश्व-प्रसिद्ध पुस्तक । स्वस्थ, प्रसन्न और मधुर जीवन की राह दिखाने वाली प्रकाश - किरण । पृष्ठ 110, मूल्य 15/ बातें जीवन की, जीने की : श्री चन्द्रप्रभ युवा पीढ़ी की समसामयिक समस्याओं पर अत्यन्त तार्किक एवं मनोवैज्ञानिक मार्गदर्शन। एक बहुचर्चित पुस्तक । पृष्ठ 90, मूल्य 15/ लक्ष्य बनाएँ, पुरुषार्थ जगाएँ : श्री चन्द्रप्रभ जीवन में वही जीतेंगे, जिनके भीतर जीतने का पूरा विश्वास है। सफलता के शिखर तक पहुँचाने वाली एक प्रसिद्ध पुस्तक । पृष्ठ 96, मूल्य 15/ बेहतर जीवन के बेहतर समाधान : श्री चन्द्रप्रभ औरों को बदलना आसान नहीं है, किन्तु अपनी मानसिकता को बदलना आपके हाथ में है। जीवन की व्यावहारिक एवं आध्यात्मिक समस्याओं का समाधान देती एक लोकप्रिय पुस्तक । पृष्ठ 104, मूल्य 15/ ध्यानयोग : विधि और वचन : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर ध्यान-शिविर में दिए गए प्रवचन एवं अनुभवों का अमृत आकलन : साथ ही ध्यानयोग की विस्तृत विधि। एक चर्चित पुस्तक । पृष्ठ 148, मूल्य 30/ इक साधे सब सधे : श्री चन्द्रप्रभ जीवन को नई चेतना और दिशा प्रदान करने वाला जीवन - सापेक्ष आध्यात्मिक चिन्तन । ध्यान-साधकों के लिए विशेष उपयोगी। संबोधि - साधना पद्धति की क्रमिक विधियाँ संलग्न । पृष्ठ 148, मूल्य 30/ जागो मेरे पार्थ : श्री चन्द्रप्रभ गीता पर दिए गए विशिष्ट आध्यात्मिक अठारह प्रवचनों का अनूठा संकलन । गीता की समय-सापेक्ष जीवन्त विवेचना । भारतीय जीवन - दृष्टि को उजागर करता प्रसिद्ध ग्रन्थ । एक बार अवश्य पढ़ें। पृष्ठ 250, मूल्य 40/ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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