Book Title: JAINA Convention 2003 07 Cincinnati OH
Author(s): Federation of JAINA
Publisher: USA Federation of JAINA

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Page 10
________________ Regd. No. 6467 FOUNDER ACHARYA GURUDEV SRI ROOPCHANDRAJI MAHARAJ Ref. No. MANAV MANDIR MISSION TRUST Phone : 6821348 6315530 मंगल संदेश जैन सेंटर आफ सिनसिनाटी एण्ड डेटन की संयोजना में होने वाला जैना का बारहवां द्विवर्षीय अधिवेशन नॉर्थ अमेरिकन जैन समाज के इतिहास में मील का पत्थर सिद्ध होगा, ऐसा मेरा विश्वास है । यद्यपि यहां का जैन समाज नॉर्थ अमेरिका के अन्य जैन सेंटरो की तुलना में संख्या की दृष्टि से काफी छोटा है। किंतु इस समाज का आपसी प्रेम, सद्भावना, धर्म-निष्ठा और एकत्व बहुत बड़ा है, यह मैने अपने पिछले कई आयोजनों और प्रवचन कार्यक्रमों में अनुभव किया है। उसी आधार पर मुझे इस अधिवेशन में नये कीर्तिमान स्थापित होने का विश्वास है । महावीर निर्वाण दिवस 4 नवम्बर, दीपोत्सव, 2002 Jain Ashram, Ring Road, Opp. Sarai Kala Khan, New Delhi-110013 P.B. 3240. अधिवेशन में विचारणीय विषय Jainism The Art Of Living बहुत महत्वपूर्ण है। ऊंचे-से-ऊंचे सद्विचार की सार्थकता तभी है जब वह जीवन के आचरण में आए। लगभग होता यह है आचार-व्यवहार को नजरअंदाज करते हुए हम विचार से सीधे प्रचार पर उतर आते हैं। भगवान महावीर ने व्यक्ति के इस मनोविज्ञान को समझते हुए अपने धर्म-तीर्थ में सद्-आचार पर सबसे अधिक जोर दिया । इतिहास साक्षी है जैन समाज की जीवन शैली में उन्नत चरित्र सदा प्रमुख रहा। अपने आचार की ऊंचाइयों को कायम रखने के लिये आज जैन समाज को पुनः संकल्प बद्ध होने की जरूरत है। Jain Education International 2010_03 जैना का यह अधिवेशन अपनी गौरव यात्रा को नए आसमान प्रदान करें, इसी आशीर्वाद के साथ Date. 8 For Private & Personal Use Only ALL DONATIONS ARE TAX EXEMPTED U/S 80G. आचार्य रुपचंद्र जैन आश्रम, मानव मंदिर केंद्र, नई दिल्ली-110013 ( भारत ) www.jainelibrary.org

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