Book Title: Hemendra Jyoti
Author(s): Lekhendrashekharvijay, Tejsinh Gaud
Publisher: Adinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi

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Page 7
________________ जिन्होंने हमारे अज्ञानांधकार को दूर कर उन् ज्ञान का प्रकाश प्रदान कर हमारे जीवन निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया शांत हृदयी, सरल स्वभावी दया एवं करुणा की. साक्षात मूर्ति सवत साधनारत परम श्रद्धेय गुरुदेव राष्ट्रसंतशिरोमणि गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के परम पावन. Jain Education International श्री चरणों में सविनय स.भक्ति. सादर समर्पित... मुनि प्रीतेशचन्द्रविजय मुनि चन्द्रयशविजय For Private & Personal Use Only मर्पण... परम पूज्य आचार्यदेव श्रीमद्विजय हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा.

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