Book Title: Haimnutan Laghu Prakriya
Author(s): Vijaychandrodaysuri, Chandrashekhar Jha
Publisher: Nemchand Melapchand Zaveri Jain Vadi Upashray Trust

View full book text
Previous | Next

Page 680
________________ ६८२ धातु बितृषंच तृ पृष्ठ १६५ १०३ १६२ १५९ १७१ त्य १६४ त्रसैन् त्वक्षौ दशं दमून् दयि दरिद्राक् १८७ -धूप परस्मै १६७ १८९ १२२ ९५ हैमनूतनलघुप्रक्रिया पद पृष्ठ | धातु पद | हपौच परस्मै प० दृशं प० दों प० प० डु धांगक् उभय १०७ धूगट उ० प० १०४ . धूगश् उ० - प० आत्मने | धुंग उभय परस्मै १३८ ट्धे परस्मै प० प० द्युति आत्मने उभय परस्मै परस्मै -- १३२ प० आत्मने २०८ द्विषींक उभय परस्मै णहीच उ० उभय १७५ णिजूंकि उ० उ० गिदु परस्मै णिसुकि आत्मने परस्मै १९३ णींग उभय ५० णुक् परस्मै १६४ | णुदत् उभय उभय १५३ । नशौच परस्मै प० . ११० द्रांक द्रुहौच १५३ दां डु दांग दांवक दोनी दिवूच दिशीत् दिहीक दीपैचि दुःख १६१ १६९ १५४ । आ० १६९ १४९ १२० दुरज १९२ १३६ दुषच दुहीक

Loading...

Page Navigation
1 ... 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692