Book Title: Gyananand Shravakachar
Author(s): Moolchand Manager
Publisher: Sadbodh Ratnakar Karyalay

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Page 303
________________ (६) जिनेन्द्र पंचकल्याणक-मूल्य -) जैनपदसंग्रह पहला भाग-मू० =) जैनपदसंग्रह दूसरा भाग-मू० ।) . जैनविवाहविधि-मू० ) तत्वार्थसूत्रकी बालबोधिनी भाषाटीका-मूल्य ||-) दर्शनकथा-भारामल्लनीकत मू० साढे तीन आने दर्शनपाठ मू० -) भक्तामर और तत्वार्थसूत्र-मू० ) दानकथा- चार दानकथा) मू० ) द्रव्यसंग्रह-मू० पांच आने । द्यानतविलास-(धर्मविलास ) मू० १) निशिभोजनकथा-मू० ) निर्वाणकाण्ड-मू० ) नित्यनियमपूजा संस्कृत तथा भाषा-मू० ।) नियमसार-भाषाटीकासहित मू० २) । नेमिचरित-मूल्य ।) त्रेपन क्रिया विवरण -)11) न्यायदीपिका-मू० ॥) पार्श्वपुराण-मू० १) प्रबचनसार परमागम-मू० ११) भक्तामरस्तोत्र सार्थ मूल्य |-) भाषापूनासंग्रह-मू० ॥2) समाधिमरण और मृत्युमहोत्सव-मू० ।। मोक्षमार्गप्रकाशक-मू०१॥) रत्नकरंड श्रावकाचार सान्वयार्थ-मू० )

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