Book Title: Gunkittva Shodshika
Author(s): Vinaysagar
Publisher: ZZ_Anusandhan

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Page 35
________________ 130 अनुसन्धान-५६ मुरीबाई तणो महिमाय, चिहुं दिसि गाजे रे. भणे हरखासुत सिवराज, सायलामां विराजे रे. // 4 // इति श्री महाशती मुरीबाईनो 13 मास संपूर्णम् // श्रेयोस्तु सुभं भवतु // शब्दार्थ कडी/पंक्ति कडी/पंक्ति 1/1 आंबलो = वट 35/2 छार = राख 2/3 घरुणी = गृहिणी/स्त्री 35/4 गंन = गुण 2/4 उपनां = जन्म्या 36/1 नीलुं = लीलुं 4/3 पसाय = कृपा थकी 36/1 वंजन = व्यंजन/शाक के चटणी 7/3 अजा = बकरी जेवी वानगी 7/4 रांकढीक = गरीबगुरबां 36/3 आंबा थुभो = आंबाना थांभला 7/4 गर्थ = धन जेवो निःसार 8/2 ओझ = उदारता 36/4 नोमों = नवमो 10/1 सगासागवा = सगावहाला 37/3 प्रास = प्राश/खावू/आरोगवू 11/3 साता = शांति/शाता 40/2 अडाव्युं = लगाड्यु 12/1 मालवो = मालव देशनो राजा 41/2 वोसरावू = त्यजूं 14/4 सरले साद = दीर्घ/प्रलंब अवाजे 42/1 परिसा = परिषह ? = कर्मनी निर्जरा 15/4 पाती = पांथी/सेंथो अर्थे स्वेच्छाथी भोगवाता कष्टो 17/4 समाग = समाय/सामयिक ? 43/3 रुद्र = रुधिर 19/1 अथिर = अस्थिर/चंचळ 46/3 धुया = पुत्री 19/2 भाक्सी = केदखानुं 47/3 लेसा = लेश्या = अध्यवसाय = 21/1 दिख्या = दिक्षा भाव परिणाम 27/2 अदरावो = आदरवूनुं प्रेरक 48/2 सीधो = सिद्ध थर्बु, सफळ थर्बु 28/3 जोंन = योनि 48/3 युवाने असाडे = अषाढना मध्य भागे 31/3 सगती = शक्ति 49/1 अदक = अधिक 32/3 खाटे = लाभ थवो 50/4 अन्या = अन्याय

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