Book Title: Gommateshwar Bahubali
Author(s): Akhil Bansal
Publisher: Bahubali Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 25
________________ बाहुबली कृशकाय होगए थे। तप के प्रभाव से सभीजीव शरीर प्रभासे दीप्तमान था। अहिंसक हो गए थे। में अखण्ड,00 अभेद्यह। KANIACINER 23 DITTE देवी-देवता, मुनिराज का देविया लताए हटाती। दयालुता से तपदेख करचकित थे। पक्षियों को दूर करती। API) .........V एकवर्षबीत गया पर केवल ज्ञान प्रकट नहीं हुआ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33