Book Title: Girnar Geetganga
Author(s): Hemvallabhvijay
Publisher: Girnar Mahatirthvikas Samiti
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अमासना दिवसे कल्याणकारी ।
कल्याणकभूमिनी स्पर्शना देवांगना ने देवताओ, जेनी सेवना झंखता, मळी तीर्थकल्पो वळी, जेना गुणलां गावता,
जिनो अनंता जे भूमिए, परमपदने पामता, .. ए गिरनारने वंदता, मुज जन्म आज सफळ थयो. शास्त्रकारो फरमावे छे के... .
गिरनार महातीर्थनी मध्ये आज पर्यंत अनंता तीर्थंकर परमात्माना दीक्षाकेवळ अने मोक्ष कल्याणक थयेल छे तथा अन्य अनंता तीर्थंकर परमात्माना मात्र मोक्षकल्याणक थया छे. ___ आ महातीर्थ उपर थयेल अनंता तीर्थंकरना कल्याणक दिनोनी तिथि तथा चोक्कस स्थानथी पण आपणे आजे अज्ञात छीए त्यारे आपणा जन्मो जन्मना अज्ञान तिमिरने दूर करवा... ___चालो ! श्री नेमिनाथ प्रभुना केवणज्ञान कल्याणकनी मासिक तिथिना दिवसे आ कल्याणकभूमिनी स्पर्शना-भक्तिनी साथे साथे भूतकाळमां थयेल अनंता तीर्थंकर परमात्माना दीक्षाकल्याणक, केवळज्ञानकल्याणक अने मोक्ष कल्याणकनी पावनभूमिनी पण स्पर्शना-भक्तिनी आराधना द्वारा आपणा अनंताजन्मोना विषय-कषायना कर्ममलने दूर करी आत्मकल्याणनी आराधना करीए.
श्री नेमिप्रभुना केवळज्ञान कल्याणक अवसरे अमासना दिवसे करोडो देवताओ द्वारा समवसरणनी रचना थइ हती त्यारे श्री नेमिप्रभुना शासनना तथा श्री गिरनारजी महातीर्थना अधिष्ठायिका देवी तरीके अंबिकादेवीनी स्थापना पण थइ हती.
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