Book Title: English Sanskrit Dictionary
Author(s): Vaman Shivram Apte
Publisher: Radhabai Atmaram Sagoon

Previous | Next

Page 419
________________ BPT. (406) PO 7प्रकृति, शील, स्वभावः, वृत्तिः' gentle 8. स्व. महातेजसः 'as.dress' उज्जलवेशः, उदारनेपथ्यं. भावनौजन्य, शांतशीलता', 'of a noble 8. 'उदारप्र- | 2 श्रेष्ठ, प्रशस्य, परम, विशिष्टतम, अभिनंद्य, (Bucकृति.8 भूतः, वेताल:; 'evils.' रक्षस् 1., राक्षसः, cess ). 3 महा ताप, प्रतापवत् See MAJESTIC. पिशाचः, अपदेवता. प्रेतः, परेतः, छाया. 10 (0f -LY, ado. उज्ज्वलं, सुप्रभं, अति शोभया, अतिप्रतापेन; style ) ओजस् 1., उर्ज: रसः. 11(S.s) सुरा, म. '. dressed' उज्ज्व लवेशधारिन्. -SPLENDOUR, S. पं; See LIQUOR. -0... (up) आधस् ., उज्जी- शोभा, तेजस् ।, श्री:, प्रभा, भोज्ज्वल्यं, भासुरत्वं, अति ., उनिज . -ED, a. सत्त्ववत्, सोत्साह, तेजस्सि- शोभा-कांति-दीति ., महातेजः, प्रतापः, विभूति (., वैभवं. न, वीर्यवत्, ससत्त; 'as. speech ' अर्जिताय व- | SPLICE, U.. संयुज70, 10. चनं.2 ओजस्विन्, सरस. - EDLY, adv. सोत्साहं SPLINTER, S. ( काष्ठ-) खंडः, शकलं, विदल, भिन्न. ससत्त्वं. -LESS, Q. नि:सत्य, तेजोविहीन; निस्तेजस्, -... वि-द 9 Porc.; See TEAR. -v.i. वि-दल निर्वीर्य, नीरस. -UOUs, a. मादिन्, मादक; '. | 1P, स्फुट 8 P, विभिद pass. liquor 'पुरा, मदिरा, &c. - SPIRITUAL, a. अ- SPLIT, v.i. स्फुट 6 P, वि-दल 1 P, भंज-विभिद.ध्यात्म in comp., (अध्यात्मज्ञानं ), आध्यात्मिक विद-pass., त्रुट् 4, 6 P, शकलीभू 1 P. -v.t. स्फुट (की); निरवयव, निराकार, विद्य, अमूर्त, परम. 2 c., वि- 9 P or c., वि-,पद 10, वि-,भिद 7 P पारत्रिक-पारलौकिक-पारमार्थिक-( की.), मानसिक- or e., भज 7 P, खंड 10, बि-छिद् 7 P, त्रुट् ., वि. सात्त्विक (की/.).3 धार्मिक (की.),धर्म in comp.; दल c. (दलयति ), शकलीकृ8 U. -5. वि-भेदः, भसांसारिक-अलौकिक (की /.); 's. preceptor' | भंगः, विदरः, स्फ(स्फोटन, भिदा, छिद्रं, रंधं. उपाध्याय:, 's father' धर्मताता-पिता. - ISM, s. -TING, S. विदारणं, विपाटनं, विदलन, &c. अमवादः, ज्ञान-निवृत्ति-मार्ग:. -ISr, s. ब्रमवादिन् m. SPOIL, V. 1. मलिनीक 8 U, कलषी-आविली-कृ, मलि-ITY, अमूर्तता, असांसारिकता, परमार्थनिष्ठा. -LY, नयति-कलषयति-आविलयति-( D.), दृषु . (दूषयति), adv. परमार्थदृष्ट्या , परमार्थतः; 's. minded' परमा- | ( fig. also ), विकृ, विप्रकृ; भ्रंश् . ( सत्पथात् ).2 दाष्ट-बुद्धि, परमार्थासक, ब्रह्मनिष्ठ, संसारख्यावृत्त. अत्यतं लल 10, अत्यतं छंदं अनुवृत् 1 A or अनुरुधु SPIT, . t. नि-ष्ठि 1, 4 P, उदम् 1 P, निःस c., | 4 A.3 लंद 1 P, 10, अप-ह 1 P.4.नश् 0., उट्उद्-76P.2 शला कृ8 U, शूलं आरुड्.-v.i.ठिन्, वि-ध्वंम् ८., उच्छिद् 7 P, दुष् c. -v.i. दुष् 4 P, श्रेष्माणं-लालां निःस.-., - TING, S. निष्ठयूति, नश 4 P.-5. युद्धलब्धं धनं, लंटितं लोत्रं, लोप्नं, अपनि-ठीव-वन, उद्वमनं, उदिरणं; 's. ing-pit, spit- | हारः; 's.of eattle' गाग्रहः. - ED,-STOILr, a. toon' प्रतिग्राहः, पतद्ग्रहः. 2 शूल:-लं; — roasted | दषित, मलिनीकृत, नाशित, उच्छिन्न. 2 अतिलालित, onas.' शूल्य, शुलाकृत, मटित्र. -SPITTLE, S. दुर्ललित; लालनात् टूषित. -ER, S. अपहारकः, लुटाकः, नि-यूनं, ठीवनं, मुखलावः, लाला; See SALIVA. .दूषकः, उच्छेदकः. -SROLIATION, S. अपहार:SPITE, S. वि-देषः, ईयो, असया, द्रोह:, मान्सय; in हरणं, लंटनं. s. of' अनादृत्य (with acc.), gen. ex. by gen. SPOKE, S. अरः-रं, सक्थि 1.; 's.s are fixed on or loc. abs.; पश्यतोपि गुरोः, तिष्ठत्सु लोकपालेषु वन- to the nave' नामी अराः प्रतिष्ठिताः; a wheel ति नलं पति: ' snatches away, in s. of our | having long s.s' दार्घसक्थि चक्रं. looking on ' मिषतां नः आच्छिनत्ति (K. H.46). SPOKESMAN, S. मुखं, (त्वं मम मुखं भव V.1), वक्तृ. -7.1.वि-द्विष् 20; द्रह 4P, ईर्य,1P (with dat.). SPONGE, S. Sponger, q. v. -Y, a. विरल-शिथिल-FUL, a. सास्य, विद्वषिन्, मत्सरिन्, सेय, द्रोह बुद्धि, अवयव. - SPONGER, . परात्रपुष्टः, परपिंडादः, पात्रेदृष्टभाव; See MALICIOUS. - FULLY, adv. सासूर्य, समित. द्वेषान, देष-द्रोह-बुद्ध्या, सय, मात्सर्यात्. SPONSOR, . धर्मप्रतिभूः-प्रतिनिधिः. SPLASE, V. आस्फल C., (आस्फालितं यत्प्रमदाकराः । SPON'TANEOUS, a. यादृच्छिक-ऐच्छिक (की.), स्वे. R. XVI. 13), क्रीडायां तह 10; इतस्ततः विक्षिप् छानुरूप, स्वतःप्रवर्तित, यदृच्छा-स्वेच्छा-मूलक-पूर्वक, 6P.-.,-ING, S. आस्फालनं, विक्षेपः, आस्फालन- कामहेतुक, अयत्नकृत-भूत, यवच्छा-स्वेच्छा-काम- in शब्द:-नाद: - the log tell down with a s.' comp. -LY, adv. स्वेच्छातः, स्वेच्छया, यनच्छया, काठखंडः पतितो जलमास्फालयत्. स्वेच्छानुसारेण, स्वयं, स्वतः, स्वेच्छापूर्व, कामतः, अंत:SPLEEN, . प्रीहन् m. श्रीहा, गुल्मः ; 'enlargement प्रवृन्या, अयत्नेन, सहजाववोधन. -NESS, -SPONTAof the s.' पीहाभिवृद्धि , श्रीहोदरं. 2 संरंभः, मन्युः | NEITY, 8. यदृच्छा, स्वेच्छा, कामः, रुचि . '8.-wort' प्रीहनः, प्रीहशत्रु:. - SPLENETIC, a.. SPOON, 8. चमसः-सं, कवि-बा, दर्वि-वी., खजाका; श्रीहरोगिन्.2 वक्र-कर्कश-शील, पिशुन, कर्कश. See LADLE; 'woodens.' दाहस्तकः, तद् m. SPLENDID, 4. भासुर, उज्ज्व ल, भास्वत्, अतितेजस | -FUL, & Ex. by (s); two s.s'दद्रिये, (सी/), भतिशोभन, सुप्रभ, अतिप्रभ, अतिदीप्तिमत् | चमसायमा.

Loading...

Page Navigation
1 ... 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474