Book Title: Dwadash Koshanam Sangraha
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - - - - मेदिनीकोशः 9 कत्रि लसणसंपन्नपुरुषेकच्छपेहरे 33 भूमिकारचनायास्याद्दे शांतरपरिग्रहे भूतीकमपिभूनिवेरीष्यकर्पूरकेटणे 34 5|| मसुदामधुमायोरिया मधुकली तोपगे वल्पतरानामा शको रोगकीदप्रभेद्यो 31 मेडुक-शोगमन्यंतरेसा वर्चसि मंडकपामंडकीमल्लिकोहंसभिद्यपि 36 मल्लिा कातणशून्येपिमीनमृत्पात्रभेदयोः मामकंस्यान्मदीयाथै त्रिषुसितुमातुले 37 मारकाधारकामानोर्देवीभिवर्णमा लयोःमालिकाससलापुत्रीग्रीवालंकरणेषच 38 पुष्षमा ल्येनदीभेदेपक्षिभेदेतुमालिका मेचकस्तुमयूरस्यचंद्रके। श्यामलेपुमान् 39 तवक्तवाच्यवत्कीर्वस्त्रोतोजनांधकार योःमोचक केदलेशियनिधिकविरागिषु 40 मोदकः खाद्यभेदेस्त्रीहर्षके पुनरन्यवत् यमकंयमजेशब्दालेका रेसिसंयमे 41 याजकस्तुगजेरातोयात्रिकेप्यथयाति कःयाजकेचकशेचाथ यतकंसंशययुगे 42 नारीवरूनच लयुक्तचलनायेऽपियोतके यूथिकाम्लानकैपष्यविशेषे पिचयोषिति 43 रसिकास्त्रीरसालेसुरसयोःसरसेत्रिषु रक्तको म्लानबंधूकरक्तवस्त्रानुरागिषु 44 राजिका पिचकेदारेराजसपरेखयोः रात्रकंपंचरात्रेनावश्यावेश्मा ब्दवासिनि ४५रुचकोबीजपूरेचनिष्कदंतकपोतयोः न दयोःसर्जिकाक्षारेप्यश्चाभरणमाल्ययोः 46 सौवर्चलेपि| मोगल्यद्रव्येचाप्यत्कटेपिच रुंडिकाहारपिंडयांचदनिका "गारणक्षितौ 47 रुपकंनाटकेमूर्तेकाव्यालंकरणेपिच / / रेणुकापिहरेणीचजामदग्न्यस्यमातरि ४८रोहकप्रेती दिनारोदरित्रिषुविश्रुतः लंपाकोलंपटेदेशलासकालास्या कारिणि 49 मयूरेलसकेचायलूनकोभेदितपशी लो। चकोमोसपिंडेक्षितारकायांचकज्जले 50 ललाटाभरे। - - - - - - For Private and Personal Use Only

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