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नम्बर
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श्रीमद्-अभयदेवसूरि-ग्रन्थमाला ।
तय्यार - पुस्तकें—
पुस्तकका नाम ।
नित्य- स्मरण - पाठमाला ( द्वितीयावृत्ति )
शुद्धदेव अनुभव विचार
वनाये हुए कई अद्भुत स्तोत्र-रत्नोंका समावेश हैं ) । सांवत्सरिक प्रतिक्रमण सूत्र ।
अन्य पुस्तकें
द्रव्यानुभव रत्नाकर
जिनदर्शन - पूजन-सामायिक विधि प्रकाश
छपती हैं
राइय-देवसिय प्रतिक्रमण सूत्र ।
अध्यात्म-अनुभव-योग प्रकाश । आगमसार का हिन्दी भाषान्तर । छपनेवाली
खरतर गच्छ पञ्च प्रतिक्रमण सूत्र अर्थ सहित |
प्राचीन स्तोत्र रत्नमाला ( इसमें प्राचीन विख्यात आचार्योंके
स्याद्वादानुभव रत्नाकर । पर्युषण निर्णय ।
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मिलने का पता -
१ - श्रीमद्-अभयदेवसूरि-ग्रन्थमाला,
·
बड़ा उपाश्रय, बीकानेर ( राजपूताना )
- बाबू भैरवदानजी अमीचन्दजी,
२
मूल्य
अमूल्य
-आत्मानन्द जैन पुस्तक प्रचारक मण्डल,
"
३, मल्लिक स्ट्रीट, कलकत्ता ।
२||
१॥
अमूल्य
15)
रोशन मोहल्ला, आगरा ।