Book Title: Digambar Jain Parshwanath Janmabhumi Mandir Bhelupur Varanasi ka Aetihasik Parichay
Author(s): Satyendra Mohan Jain
Publisher: Devadhidev Shree 1008 Parshwanath Manstambh Panch Kalyanak Mohatsav Samiti Bhelupur

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Page 29
________________ १४ ३ - उपरोक्त का पृष्ट १२६ । ४- जैन प्रतिमा विज्ञान द्वारा डा. मारूति नन्दन प्रसाद तिवारी, प्रकाशक पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १६८३, पृ.४३। ५- उपरोक्त क्रम १ की पुस्तक का पृ. ३७ । ६- वाराणसी डाउन दी ऐजेज लेखक कुबेर नाथ शुक्ल प्रकाशक प्रो. कामेश्वर नाथ शुक्ला पटना १६७४ पृ.४ । ७- उपरोक्त क्रम ६ की पुस्तक का पृ. १७६। ८- उपरोक्त क्रम ६ की पुस्तक का पृ.१८०। ६- उपरोक्त क्रम ६ की पुस्तक का पृ. ५। १०- उपरोक्त कम एक की पुस्तक का पृ. १२६ । ११-उपरोक्त क्रम एक की पुस्तक का पृ. १२० । १२-षटखडागम प्रथम पुस्तक, प्रकाशक श्री मान सेठ लक्ष्मी चन्द्र शिताब राय अमरावती, १६३६ पृ १४ । १३-उपरोक्त क्रम १२ की पुस्तक का पृ. २६, २७,२८,२६,व ३५ । १४-पार्श्वनाथ जन्म भूमि मन्दिर वाराणसी का पुरातात्विक वैभव लेखक प्रो. सागरमल जैन सांसकृतिक साधना भाग ३ प्रकाशक नेशनल रिसर्च इन्सटीट्यूट आफ हियूमन कलचर, वाराणसी २६६० पृ. ४१। १५-बाल विकास भाग - २ लेखिका - आर्यिका ज्ञानमती, प्रकाशक दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, हस्तिनापुर, १६८३, पृ. १६ । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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