Book Title: Digambar Jain 1915 Varsh 08 Ank 01
Author(s): Mulchand Kisandas Kapadia
Publisher: Mulchand Kisandas Kapadia

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Page 167
________________ दीपमालीका विधान ( दीवाली पूजन ) श्रेणिक चेलना चरित्र होलीकी कथा शिखर महात्म्य श्री तारंगाजी पूजन (नवीन) जैनसिद्धांत प्रवेशिका चौबीस जीनपूजा (चार) दिगंबर जैन डिरेक्टरी (नवीन) धूर्तांख्यान ( रसीली कथा ) जीनेंद्र दर्शन पाठ (नवीन) समवसरण दर्पण (नवीन) जैन नियम पोथी दि. जैन पुस्तकालय - सूरत. श्रीमान दि. मुनि श्री अनंतकीर्तिजी त्यागीजी ऐलक पन्नालालजी "" "" जीनेंद्र दर्पण सत्यार्थ यज्ञ (चौवीस जीनपूजा) आर्यमत लीला भारत. दि. जैन यात्रा दर्पण (नवीन) २) दिगंबर जैन आल्बम (५९ चित्रों) बनारसी विलास पंचकल्याक पूजा "" "" ० ) ० ) - ० ) - ० ) || ० ) == क्षुल्लक मन्नालालजी भट्टारक श्री चारुकीर्तिजी त्यागीजी आनंदीलालजी ●| ●) ० ॥ સલ્લેખના મૃત્યુ મહેત્સવ દિગંબર જૈન સ્તવનાવળી यानित्य पंचाशत (सार्थ) संसारभां श्रेष्ट ? શ્રાવિકા એધ સ્તવનાવળી शु संतोष राजवेा लेायो ? हि. जैन ज्ञान संग्रह अम्ल स्तोत्र (सार्थ) चित्रो अने नकशाओ. सधु व्यभिषेठ (भूण सधी) ધર્મ પ્રમાધની ૦) ગુજરાતી ભાષાના ગ્રંથા. ०) धर्म परिक्षा (पवनवेग-भनेवेिगनी हुथा )१) 0) = || नित्य नियम पूल (अर्थ साथै ) - l જીવધરસ્વામી ચરિત્ર ના 0 12 • ૦] || | ० १॥ 01 "" ,, भगारथजी वर्णों और गेंदनलालजी ब्रह्मचारी शीतलप्रसादजी ०) खड्गासन ० ) - पद्मासन ० ) - ०) तीर्थंकरकी माताके षोडश स्वप्नों समेदशिखरजी - चंपापुरी - पावापुरी मुक्तागीरी का नकशा. प्रत्येकका मूल्य संसारवृक्ष [ मोहरस स्वरुप ] ज्ञानबाजी रंगीन [ खेलने योग्य ] 。) ० સુકુમાલ ચરિત્ર उदयाशु भहिर स्तोत्र (सार्थ) સુદર્શન શેઠ हेवी ० ) - जैन सिद्धांत प्रवेशिका (जैन) आसोयना पाठ (सार्थ) नैन सार यह संग्रह સામાયિક પાઠ (વિધિ અર્થ સાથે) पंथ उस्याणु पाई (सार्थ) શ્રાવક પ્રતિક્રમણ णीयुगनी 0) लट्टार भीमांसा શીલસુંદરી રાસ રક્ષાબંધન કથા ܐܘ ०) 0) = ગ્ ol 아 ol ol 017 ०) ०)= 0/= 07-11 o)o'll ०)= ०)= c)-ll

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