Book Title: Digambar Jain 1915 Varsh 08 Ank 01
Author(s): Mulchand Kisandas Kapadia
Publisher: Mulchand Kisandas Kapadia

View full book text
Previous | Next

Page 166
________________ ०)०॥ 01 -- दिगंबर जैन पुस्तकालय-सूरत. अंजना सुंदरी नाटक ॥ दिगंबर जैन ग्रंथ कर्ता-उनके ग्रंथ ) बालबोध व्याकरण 01- यमनसेन चरित्र अनुभव प्रकाश [नवीन] - हिंदीकी प्रथम पुस्तक .)जैन नित्य पाठ संग्रह [रेशमी गुटका] 00 , , दुसरी पुस्तक जैन पदसंग्रह प्रथम भाग ० , ,, तीसरी पुस्तक " , द्वीतीय भाग ___० ज्ञानदपेण " , तृतीय भाग अहिंसा दिग्दर्शन " , चतुर्थ भाग ॥ गोम्मटसार जीवकांड (संस्कृत) 01१ , पांचवा भाग - जन स्त्री शिक्षा प्रथम भाग जैन बालगुटका बड़ा (प्रथम भाग) ०- , , दुसरा भाग दौलतराम भजन संग्रह (नवीन) _o बालबोध जैन धर्म प्रथम भाग श्री हनुमान चरित्र (नवीन) " " " दुसरा भाग नित्यनियम पूजा - " , ,, तीसरा भाग दशलक्षण पूजा (सार्थ) ,, , , चौथा भाग द्रव्यसंग्रह (सार्थ) छःढाला (बड़ा नवीन ) रत्नकरंड श्रावकाचार [सार्थ] क्रियामंजरी भक्तामर (आदीनाथ स्तोत्र सार्थ) । प्राणप्रिय काव्य शील कथा मोक्ष शास्त्र मूल दर्शन कथा इंद्रियपराजय शतक परमात्म प्रकाश बारस अणुबेख्खा (बार भावना) पुरुषार्थ सिद्धयुपाय जीनेंद्रगुण गायन श्रावकवनिताबोधिनी । भक्तामरस्तोत्र (मूल). समेदशिखर पूजन विधान । सामायिक पाठ (विधि सह) अकलंक चरित्र दर्शन पाठ विनति संग्रह [नवीन] ०) महावीर चरित्र (पूजन सह) निशीभोजन कथा | पुत्रीको माताका सीखापन जंबुस्वामी चरित्र (नविन) । पंच मंगल पाठ (सार्थ) सुक्तमुक्तावली [नवीन] - अर्हत्पासा केवली .)। उपमितिभवप्रंपचा कथा (२) । इष्ट छत्तीसी जैन विवाह विधि [हींदी] .)- मुनिवंश दीपीका , , (मराठी) ० समाधिमरण-मृत्यु महोत्सव ) 공용 씅씅 공씅 .)

Loading...

Page Navigation
1 ... 164 165 166 167 168 169 170