Book Title: Dharmaratnakar
Author(s): Jaysen, A N Upadhye
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh

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Page 3
________________ जीवराज जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थ २४ ।। ग्रन्थमाला-संपादक पो. आ. ने. उपाध्ये व स्व. प्रो. हीरालाल जैन श्री-जयसेन-विरचितः धर्मरत्नाकरः ( अर्थबोधक-टिप्पणी-आलोचनात्मक-प्रस्तावना-परिशिष्ट-आदिभिः समेतः) संपादकः डॉ. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये, एम्.ए., डी. लिट. प्राध्यापकः, जैनविद्या-प्राकृतभाषाविभागः, मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर पं. जिनदास पार्श्वनाथ फडकुले कृत-हिन्दी-अनुवादेन सहितः प्रकाशकः लालचन्द हिराचन्द जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापूर वीर नि. सं. २५००) सन १ (वि. सं. २०३० मूल्य-R30

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