Book Title: Dharm aur Darshan
Author(s): Devendramuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra
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धर्म और दर्शन
(२६) कल्पसूत्र-पुण्यविजय जी (२७) कल्पसूत्र सुबोधिका टीका (२८) कल्पसूत्र-कल्पद्र म कलिका (२६) कल्पसूत्रार्थ प्रबोधिनी-राजेन्द्रसूरि (३०) कल्पसूत्र कल्पलता (३ :) कल्पसूत्र कल्पार्थबोधिनी (३२) जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति (३३) मज्झिम निकाय (३४) अनुत्तरोपपातिक (३५) अन्तकृद्दशा (३६) आवश्यक चूणि-जिनदासगणी महत्तर (३७) आवश्यक सूत्र-मलयगिरिवृत्ति (३८) आवश्यक सूत्र-हारिभद्रीया वृत्ति (३६) समवायाङ्ग-अभयदेव वृत्ति (४०) त्रिषष्ठिशलाका पुरुषचरित-प्राचार्य हेमचन्द्र (४१) उत्तराध्ययन-नेमिचन्द्रीय वृत्ति (४२) तत्वार्थ सूत्र-उमास्वाति (४३) तत्वार्थ सूत्र-राजवार्तिक (४४) मूलाचार-बट्टकेर (४५) मोक्षपाहुड-प्राचार्य कुन्दकुन्द (४६) संथार पइन्ना (४७) ज्ञानसार तपाष्टक-उपाध्याय यशोविजय (४८) दर्शन और चिन्तन-पं० सुखलाल जी (४६) उत्तर पुराण-गुणचन्द्राचार्य (५०) महापुराण-जिनसेनाचार्य (५१) गाँधीजी की सूक्तियाँ (५२) ज्ञाता सूत्र (५३) आर० विलियम्स, जैन योग (५४) वसुनन्दी श्रावकाचार (५५) पंचाचार वृत्ति (५६) कर्मग्रंथ टीका
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