Book Title: Dharm Jivan Jine ki Kala
Author(s): Satyanarayan Goyanka
Publisher: Sayaji U B Khin Memorial Trust Mumbai

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Page 71
________________ नाम बदल कर क्या मिले ? दुखी रहे दिन रैन। जब तक मन पर मैल है, नहीं शांति सुख चैन । नाम नाम बदलने में नहीं, कौड़ी लगी छदाम । बदलना सरल है, कठिन सुधरना काम ॥ नाम बैर भला छोड़ कोई रहे, सुधर जाय व्यवहार । मैत्री करें, द्वेष छोड़ कर प्यार ॥ हिंदू, मैले मुस्लिम, पारसी, बौद्ध, इसाई, जैन। मन दुखिया रहें, कहाँ नाम में चैन ? दुर्गुण से ही दुख मिले, सद्गुण से सुखधाम । जन व्यवहारी नाम से, सधे न कोई काम । लक्ष्मीधर विद्याधर भूखों अनपढ़ मरे, यशधर हैं बदनाम । रहे, नाम न आए काम ।।

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