Book Title: Dhammakahanuogo
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj, Dalsukh Malvania
Publisher: Agam Anuyog Prakashan
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शब्द-सूची
२७
पीतिवद्धण १.८६ पीयपाणि ४.२६८
पालयदेव १.१२
पालि २.११९ पालिय २.११४ पावफलविवाग १.८६ पावा १.८५-८६ पास १.५१-५३, १.९४-९५, १.९७-१०१, १.१०५-१११,
२.४९-५०, ३.२०९, ३.२२०-२२३, ३.२२५-२२८,
४.२४३, ४.२४५ पासग ४.३७५ पासचरिय १.५१ पासतथ ४.२६८ पासपाणि ४.२६८ पासमिअ २.१०८ पासय २.७८ पासायव.सग ४.२६१ पासावच्चिज्ज १.६८, १.१०४, ४.२८९ पाहणगमत्त १.९१, ४.३७३, ४.३८५ पिउसेणकण्ह ६.४२५ पिउसेणकण्हा ३.२३४, ३.२३६ पिंगल १.१३१७ पिंगलय २.१२३, २.१२५ पिक्खुर १.१२२ पिच्छणधरग ४.२६० पिचिंपा १.८५ पिठिमा २.९८ पियअ१.१०१ पियंगु १.६०, १.१०१, ६.४९५ पियकारिणी १.६८ पियगंथ २.१७३ पियचंद २.१०८ पियदसणा १-६८ पियमित्त १.५४,१.१४२ पिया ३.२२६ पिलखुरुक्ख १.१०१ पिलंगु १.४८ पिसाय १.७९ पिसायकुमारिंद ३.२२५ पिसायरूव १.३३ पीइगम १.१४, १.७९ पीइदाण २.९-१०,३.१९४ पीठभद्द ४.३६५ पीठमह ४.२७८ पीतिगम १.८०
पुंड १.८९,५.४१३ पुंडरिगिणी २.१०७ पुंडरीगिणी १.१३८, २.१६७, २.१६९ पुंडरीय १.५४-५५, १.६०, २.४३, २.१६७-१७०, ४.२६३ पुंडरीयपव्वय २.४४,२.४६ पुसकोइलग १.७३ पुक्खरगय ४.३७४ पुक्खरोदय ४.२६३ पुक्खल १.१३८ पुक्खलावई २.१६७ पुक्खलावती १.१३८ पुक्खरवरदीव १.९२-९३, १.१३९ पुग्गल १.५७, १.१३४, ४.२४७, ४.२५३ पुट्टिल १.१०४ पुढवि १.७५ पुढविकाइय १.९१ पुढविकाय २.१६६ पुढविसिरी ६.४९५ पुढविसिलापट्ट १.४७,१.१३७ पुढवी १.८९ पुढवीवडेंसय ६.४९० पुणब्वसु १.१००-१०१, १.१४२ पुण्डरीया १.८ पुण्ण ३.२२४ पुण्णघोस १.९४ पुण्णचंद १.१०१ पुण्णजण २.६५ पुण्णभद्द १.८९, २.१७, २.४९-५१, २.९२-९३, २.९७, २.१०८
१०९, २.१३७-१३८, २.१४०, २.१५६, ३.२०२, ३.२२४, ३.२३५, ४.३०४-३०५, ४.३०८, ४.३६३, ४.३६५-३६७,
४.३७१, ५.३८९-३९१, ५.४१४, ६.४२५-४२६, ६.४३५ पुण्णभद्ददेव २.५० पुण्णभद्दा ३.२३४ पुण्णसेण २.९८ पुण्णा ३.२२५ पुण्णाग १.६०, १.११६ पुन्न २.४९ पुन्नभद्द २.१७२ पुन्नाग १.१७,१.२८ पुप्फ १.१४
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