Book Title: Dasvaikalika Sutra
Author(s): Swayambhava,
Publisher: ZZZ Unknown
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दर्शन से लेयमेममस ते दरतं जवम दराने दर समायुक्त यात्रा लाये नूनवदे देवानां गए जोनोव तिस्विंम दिया
समाते संजयसालाना ४७ देवा माणेच मि
इतितीवदे
वर्ष मेघराजादिविशेषरोग वर
रियाणेच विमा जादा| मावादीष्ठ तिमोदाचाद्विवसीम्रो स्वमाये सिवेतिवा
राजानमिनिमाश्रय देवश्नोइतिनोवेदेतुक बंनदेन तदेवय
४। नागदेश से यन्त्र सेजमेण तवेरये। एवं
दीनां विवग्रहसंयामे ममि अमुकानां वा
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क्या मुद्यांचा मावादी निनानिविमेदेवदेवमाचे नादवदेवनिभिरवतासं
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बाहिरको जल विवाद
अंतर चंद्रतियाि
धान दिनदेवतासेवितामनिकता
सचिन पनन्तश्याययोपचय जवाबु बिसादीनति ॥ येनलिखित यशापचरियतियारि
भारतात
देवी गाथा धारणी इदेइयमेव इति राय का रिवाजांमघातिनीनो
शिमेत निरंदा रिद्विमेतचित्रालय। देवशतादव सावद्यणुमयी गिरा। हावाणी जाई परोवधाइणी सेय को कासव मुनिसा गिरोनाबाट सदापरिवर्जी
कोमल स्पाक्षमानवा निरुस सस्यमानपि
चलोदयदा सभासावान हा सभा गो विगिरवा /सुक्क मुर्दिसमुदया मुली। गिरेचपरिव
सानोयो
पेाधर्मा
पापा दोषांनच ज्ञात्रा पटायापरिवर्ज कसदा
पराया। भियेएवीर्यनाशया पलझे लहईप से सिसा सायदा श्रजा लिया

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