Book Title: Dashvaikalika Sutram Mula
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 3 // इस. व०व सुगंध अलंकार इस्त्रिनीजा सिज्या व पोतानेएतला नोगवता नहीपूरषत्यागीकही अ || स्त्र वस्तु प्रानर्ण ति आसन सी वानानथीजे पणनथी पचषांणप्रसकर्वामाटे 5 वत्व गंध मलंका। शबिओ सयणाणि य॥अबंदाजेन भुपतिनसेचात्तिवुचई श्जेण्जेकोश्यअवधार नोगनेविषल पांभ्याए सापोता चण्डके सेन्ते चा० ०कही रोकेण्वालोपि.सदारंवालो वानोगनेवेगलाकरेतेजे नेवसत्ता लोगनें निथें त्यागी म 3 2 जेयकंतेपिएभोए॥ लडेविपिठिकुव्वज्ञासाहिणे चयश्भोए।सेहू चा त्तिबुच्च३३ / समतापरि पे०वि ५०विचारतां सिक म०म नि.निसरे संजमधी तिवारे मचिंत सामकहीई चारीने साधुनें दाचित् न ___ बाहिर नहीनहीमारी/ समाहि पेहाए परिवयंतो सिया मणो निस्सरई बहिद्धा॥ नसामहनो सा०तेस्त्रिनोनही तेस्त्रीनेएमचिंतक्तातेस्त्रीय प्रा०त्रुवातापना च० सोपसुकमा|| निश्हुपण कीतिवारमनवसकरवानिम 4 लें गमें लपणो | विअहंपितिसे॥ श्चेवतानविणज्जरागं // 4 // आयाक्याही चय सोगमल्लं For Private and Personal Use Only

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