Book Title: Dashvaikalika Sutram Mula Author(s): Publisher: View full book textPage 7
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir www.kobatirth.org दस, दोहिलासहीसकाई सहिनेय० के.कोईकएमा देदेवलोकने केटलायक नी कर्मरजर - In एदवापरीतहने वलि दिलासाधु विषेठपजे सिद्वथया हितथया 15 दुसहायं सहेत्रुय // केश्य देवलोएसु॥ केशसिम्पति नीरया // 14 // ख.पपा पु.पाउलानव सं.संजमें तकरी सि मोकमार्गने अपां बकायनीराष वीने नाकर्मनई करी य.वलि म्याथका पहारी खवित्ता पुव्वकम्माशी संजमण तवणय॥ सिद्धिमग्गामापना तामी। आतिहिसी एमकडं थोडीगाथाश्त्राचारनोतितृतीअध्ययनसंपूर्ण // 3 // एवा सालल्यु तलथया उठं 15 साधुनेठकायनीदयापालवीतेमाटेचोथुअध्ययनकहे॥३॥ मे मे परिनिवुझ॥ त्तिबेमी // 1 // खुम्गतिआयारअभ्षयणंतश्यस॥३॥ सुयंमे प्रा.मानषावंत नग ए एम जिनसासननेविषे उ बजीवणी ना एहवेना सीष्यतेणे .वंत ए कडं ख.निश्वे या मेअध्ययन आग्संतेणं॥ जगवया एवमखाय॥ एहखल जिवणिया नांमझयणं For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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