Book Title: Collected Research Papers in Prakrit and Jainology Vol 02
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: University of Pune

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Page 147
________________ List of Reference-Books 1) अभिधानचिन्तामणि नाममाला, आ.हेमचंद्र, जैन साहित्य वर्धक सभा, अहमदाबाद, वि.सं.२०३२ 2) आचारांग (अंगसुत्ताणि १), जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं.२०३१ 3) उत्तराध्ययन, सं. मुनि पुण्यविजय, महावीर जैन विद्यालय, १९७७ । 4) किरातार्जुनीयम्, हरिदास संस्कृत ग्रंथमाला, चोखम्बा संस्कृत सीरिज ऑफीस, वाराणसी, १९६८ 5) गोम्मटसार (जीवकांड), रामचंद्र जैनशास्त्रमाला, निर्णयसागर प्रेस, मुंबई, १९१६ 6) जीवाभिगम (उवंगसुत्ताणि ४) खंड १, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), १९८७ 7) तत्त्वार्थसूत्र, उमास्वातिप्रणीत, सुखलाल संघवी, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८५ 8) तत्त्वार्थाधिगमसूत्रम्, उमास्वातिप्रणीत, स्वोपज्ञभाष्य व सिद्धसेनगणिटीकायुक्त, प्रथमविभाग, देवचंद लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फंड, मुंबई, १९२६ 9) दशवैकालिक, सं. मुनि पुण्यविजय, महावीर जैन विद्यालय, इ.स.१९७७ 10) प्रज्ञापना (उवंगसुत्ताणि ४) खंड २, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), १९८९ 11) भगवती (अंगसुत्ताणि २) जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं.२०३१ 12) समवायांग (अंगसुत्ताणि १) जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं.२०३१ 13) सूत्रकृतांग (अंगसुत्ताणि १) जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान), वि.सं.२०३१ 14) षखंडागम (धवला टीका), जीवस्थान-सत्प्ररूपणा १, सं.हीरालाल जैन, जैन साहित्योद्धारक-फंड-कार्यालय, अमरावती, १९३९ ********** 147

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