Book Title: Chintan ki Manobhumi
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 7
________________ . सन्मति साहित्य रत्नमाला का ११३वाँ रत्न Jain Education International पुस्तक : चिन्तन की मनोभूमि लेखक : राष्ट्र सन्त उपाध्याय कविरत्न श्री अमरचन्द्र जी महाराज सम्पादक : शास्त्री पं. विजय मुनि, साहित्य - रत्न प्रथम संस्करण : २३ फरवरी, १९७० द्वितीय संस्करण : १ जून, १९९५ मूल्य : परिवर्द्धित संस्करण : १२५ रूपये मात्र मुद्रक : रतन आर्ट्स संजय प्लेस, आगरा, दूरभाष : ५१९९२ प्रकाशक : सन्मति ज्ञानपीठ लोहामण्डी, आगरा- २ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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