Book Title: Chari Palak Padyatra Sangh
Author(s): Rajhans Group of Industries
Publisher: Rajhans Group of Industries

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Page 130
________________ । जनम जयात शासनम 11 शासन ध्वज वंदन गीत... जैनं जयति शासनं की, अलख जगानी जारी है हे जिन शासन ! तुं है मैया, तेरी ही फुलवारी है वंदे शासनम जैनम् शासनम... हिमालय सा उत्तुंग है वो, जिनशासन हमारा है, गंगा सा निर्मल और पावन, जिनशासन हमारा है, पतितों को भी पावन करता, शासन वो सहारा है, तारणहारा तारणहारा, जिनशासन हमारा है, देखो भैया नौजवानों, पापों की चिनगारी है. हे जिन शासन०२ रोहिणिया जैसा चोर लुटेरा, उसको तूने तारा था, अर्जुनमाली सा घोर पापी, उसको भी उगारा था, क्रोधी विषधर चंडकौशिक को, तूने ही सुधारा था, कामी रागी स्थूलीभद्र को, तूने ही स्वीकारा था, आओ झंडा जिनशासन का, फैलाने की बारी है... हे जिन शासन०३ - education internation"सिद्धाचल गिरि नमो नमः *विमलाचल गिरि नमो नमः” 128wwjalnelinavara

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