Book Title: Chapter on Passion
Author(s): N L Jain
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 337
________________ सव्वाओ किट्टीओ सव्वाववरणीयं पुण सव्वावरणीयाणं सव्वे विय अणुभा सव्वेहि द्विदिविसेसेहि सागारे पट्टवगो सादि य जहण्णसंकम सांसदपत्थणलालस सोलसग बारसट्ठग संकामणपट्टवगस्स संकम उवक्कमविही कामण ओट्टण संकामण - ओवट्टण Jain Education International 168 79 133 159 100 98 57 90 28 125 24 18 10 Appendix 4 संकामणमोवट्टण संकामणपट्टवगो संकामेदि उदीरेदि संकामणपट्ठवगस्स संकामयपट्ठवगस्स कामे दुक्कड्ड दि संकामगपट्टवगो संकामगोच कोधं संकंतहि यणियमा संखेज्जा च मणुस्सेसु संछुहदि पुरिसवेदे संछुहदि पुरिसवेदे संधीदो संधी पुण For Private & Personal Use Only : (323) 233 141 220 127 124 153 130 137 129 114 138/237 138 78 www.jainelibrary.org

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