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29. तत्त्वार्थसूत्र : उमास्वाति, सुखलाल संघवी, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी,
२००७.
30. त्रिलोकप्रज्ञप्ति : यतिवृषभ, ए. एन्. उपाध्ये, जैन संस्कृत संरक्षक संघ, सोलापुर, १९४३.
31. दशवैकालिक-सूत्र : अनु. घेवरचंदजी बांठिया, अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना, १९८३.
32. दशवैकालिक-सूत्र
:
सं. नेमीचन्द बांठिया, पारसमल चण्डालिया, श्री
अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर, ब्यावर, २०११. 33. दशवैकालिक - चूर्णि : जिनदासगणि, श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी श्वेताम्बरसंस्था, इन्दौर, १९३३.
34. दशवैकालिक (निर्युक्ति, चूर्णिसहित) : शय्यंभव, प्राकृत ग्रंथ परिषद, अहमदाबाद, १९७३.
35. धर्मोपदेशमाला-विवरण : जयसिंहसूरि, सं. जिनविजय, सिंघी जैन ग्रंथमाला, मुंबई, १९४९.
36. धूर्ताख्यान : हरिभद्र, सं. जिनविजय, भारतीय विद्याभवन, मुंबई, १९४४. 37. नंदीसूत्र : पारसकुमार, श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर, ब्यावर, २०११.
38. नंदीसूत्र-टीका : मलयगिरि, आगमोदयसमिति, मुंबई, १९२४.
39. निर्युक्ति-संग्रह : भद्रबाहु, सं. विजयजिनेंद्र, हर्षपुष्पामृत जैन ग्रंथमाला, शांतिपुरी (सौराष्ट्र), १९८९.
40. निशीथसूत्र : सं. नेमीचन्द बांठिया, श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर, ब्यावर, २००९.
41. निशीथसूत्र-चूर्णि (भाग १,२,३,४ ) : जिनदासगणिमहत्तर, सं. अमरमुनि, मुनि कन्हैयालाल ‘कमल’, भारतीय विद्या प्रकाशन, दिल्ली, १९८२.
42. नीतिवाक्यामृत : सोमदेवसूरि, सं. पन्नालाल सोनी, माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रंथमाला, बम्बई, १९२३.