Book Title: Chanakya Explored in Jaina Literature
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Firodaya Prakashan

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Page 256
________________ 246 43. परिशिष्टपर्व : हेमचंद्र, श्री जैनधर्म प्रसारक सभा, भावनगर, १९११. 44. पिण्डनियुक्ति (तथा पिण्डनियुक्तिभाष्य) : भद्रबाहु, देवचंद लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फंड, सूरत, १९५८. 45. पुण्याश्रव-कथाकोष : रामचंद्रमुमुक्षु, हिंदीभाषाटीका, पं. दौलतरामजी काशलीवाल, हिंदी ग्रंथरत्न भांडार, गिरगाव, मुंबई, ४. 46. प्रश्नव्याकरण-सूत्र : अनु. रतनलाल डोशी, श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर, ब्यावर, २०११. 47. बृहत्कथाकोश : हरिषेण, सं.डॉ.ए.एन्.उपाध्ये, भारतीय विद्याभवन, मुंबई, १९४३. 48. बृहत्कथामञ्जरी : क्षेमेन्द्र, निर्णयसागर प्रेस, मुंबई, १९३१. 49. भगवती आराधना : शिवकोटि, देवेंद्रकीर्ति, दिगंबर जैनग्रंथमाला, कारंजा, १९३५. 50. भद्रबाहु-चाणक्य-चन्द्रगुप्त-कथानक : रइधू, सं. राजाराम जैन, श्री गणेश वर्णी, दि. जैन संस्थान, वाराणसी, १९८२. 51. भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान : डॉ. हिरालाल जैन, मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद, भोपाल, १९६२ 52. Magadhan Literature : MM. Haraprasad Sastry, Sri Satguru Publication, Delhi, 1986. 53. मत्स्यपुराण : डॉ. श्रद्धा शुक्ला, नाग पब्लिशर्स, २००४. 54. मुद्राराक्षस : विशाखदत्त, अनु. गोविन्द केशव भट, महाराष्ट्र राज्य साहित्य संस्कृति मंडळ, मुंबई, १९७४. 55. मूलाचार : वट्टकेर, सं. कैलाशचन्द्र शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, १९८४. 56. वायुपुराण : सं. श्रीराम शर्मा, संस्कृति-संस्थान, बरेली (उ.प्र.), १९९७. 57. विविधतीर्थकल्प : जिनप्रभ, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, शांतिनिकेतन (बंगाल), १९३४.

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