Book Title: Catalogue of Manuscripts at Jesalmer
Author(s): C D Dalal
Publisher: Central Library
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IN THE BIG BHANDAR AT JESALMERE.
227. गौडवह (ध) सारटीका. 4-248 leaves. 12 x 2. 228. जंबूचरित्र. 326 leaves. 12 x 2.
Beg:-नमिउं दुक्ख (र?) न्तसमत्य सत्थसत्तभव जलहितारणसमत्थे । पाए चक्कंकुसकुलिसलंछिए जिनवरिंदाणं ॥ १ ॥ End :- भव्वकुमोओहपडिबोहपच्चलो पावतिमिरनिद्रवणो । आसी ससि व्वसरलो सूरी पज्जुनवरनामो ॥ जो दंसणनाणचारित्तसीलतवसंजमेसु कुसलमही (ई?) जइयणगुणगणकलिओ मुत्तिधम्मो य अवयरिओ ॥ ३ ॥ तस् य पर्यमि जाओ आयरिओ वीरभद्दनामो त्ति । परिचितियदिनफलो आसी सो कप्परुक्खो ति ॥ जस्सय सीसो पयडो पयडियमू (गू) ढत्थपरमत्थो । दंसणचारितधरों सूरिपज्जन ( न ) नामोति । अत्रे व जस्त बहवे सीसा जइयणगुणेहिं परिकलिया । संजाया धम्मरया सद्दंसणनाणचरणा (ड्डा ) ॥ ७ ॥ गुणपालकनिद्वेण साहुणा पवयणभत्तेण ।
सीसेण तस्स रइयं चरियमिमं जंबुनामस्स ॥ ८ ॥
229. कुवलयमाला of दक्खिन्न इंध ( उज्जोयण) सूरि. 254 leaves, 23 x 22. Col: - इति कुवलयमाला नाम संकीर्णकथा.
संवत् ११३९ दातु (आसु ) वदि १ रविदिने लिखितमिदं पुस्तकं ।
230. निशीथभाष्य. 178 leaves. 27 x 2. ग्रं. ७४००.
on board निशीथभाष्यपुस्तकं श्रीजयसिंहाचार्याणां ।
231. मुनिसुव्रतचरित्र by पद्मप्रभ 157 leaves. 31 x 22.
A pras'asti of:
उदधिषवह्निक्षितिजे नृपविक्रमवत्सराते वर्षे ।
परिपूर्णमिदं जातं सद्गुरूणां प्रसादेन ॥
संवत् १३४३ आषाढसुदि १ साधुवरदेवसुत दिग्वलय विख्यात कीर्ति कौमुदी विनिर्जित आस (?) चंद्रसाधुहरचंद्र भ्रात्रा ......
232. नेमिनाथचरित्र [ by हरिभद्र ]. 304 leaves. 30 x 2.
Beg:—दुहविपयडियकरणआयारु दुइदंसियधम्म निहि दुहनमंतपयविहवपावणु
27
दुहकमणानंदयरु दुहसुवन्नरयणप्पहावणु ।
मह सुहु वियरउ विमलगुणरा सिजल हिरयणिं दु
पण सुरासुरनरनियर कयथुइ रिसहजिगिंदु ॥ १ ॥
अह विसेसिण नमिरतइलोय सिरिवद्धमाणपहुहु पायपउम पणमेवि जिणिदह ।
तह बारस अंगसुयपढमकइहि गोयममुदिह ।
तणु सुम्मसामि मुणिनाहह भत्ति करेवि
अनेसि पि महाकहिं पयपउमई सुम्मरेवि ॥ २ ॥
नमिवि भत्तिए चलण जिणचंदमुणिनाहसी सुप्ति मह विविहविमलगुणरयणभूरिहि । सारयससिविमलजसभरियधुरह सिरिचंद सूरिहि
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