Book Title: Bharateshwar Bahubali Vrutti Part_2
Author(s): Shubhshil Gani
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
View full book text
________________
सूचिपत्रम्।
श्रीभरतेश्वरवृत्ती २ विभागे
॥३७१॥
४. भवभावनावृत्तिः
मुदयमाणाः ग्रन्थाः।
प्रवदनपरीक्षावृत्ति ४२ विशेषावश्यकको ५-०-० भगवती अभयदेवीया
सुबोधिका ४३ षडावश्यकानि
प्रव्रज्याविधानवृत्ति
भवभावना द्वितीयभागः ४४ षोडशकप्रकरण
उत्पादादिसिद्धि
विशेषावश्यक द्वितीयभागः १०-११-१२-१४-१६-१७-२०-२४-३०-३१-३४ अन्येषां। श्री-जैन-आनंद-पुस्तकालय, ओशवाल महोल्ला, गोपीपुरा, सुरत.
मोहमय्यां श्रीजिनदत्तसूरि-ज्ञानभाण्डागारे-लभ्यग्रन्थाःद्वादशकुलकानि (सटीकानि) 1-0-0 | श्रीपालचरित्रम् (संस्कृतं श्लोकबद्धम् ) भेट | पंचप्रतिक्रमणादि सूत्र (मूलमात्र, शास्त्री)..१०० षट्स्थानप्रकरणम् (सटीक) .-४-० , ,, (प्रा० हिन्दीअनुवादयुत) २-०-० , , (, गुजराती) ०.१०.० भक्तामरस्तोत्रम् (सटीकं)
| साधुपंचप्रतिक्रमणसूत्र (हिन्दीशब्दार्थयुक्त)१-०-० राइदेवसिप्रतिक्रमणसूत्र (मूल, शास्त्री) ०-४-०
श्रावकपंचप्रतिक्रमणसूत्र (,,) १-०-० दादासाहेबकी पूजा (शास्त्री) .-२-० कल्याणमन्दिरस्तोत्रम् (सटीक)
| सौभाग्यपंचम्यादि (द्वादश) पर्व कथासंग्रह श्रीजिनदत्तसूरिजी जीवनचरित्र (गुजराती) भेट वैराग्यशतक (मूल-छाँया-शब्दार्थ-भावार्थ
| (संस्कृत-गय)
१-८-० जिनकुशल जीवनप्रभा (गुजराती) सहित) भेट नवपदादितपविधि संग्रहः . ०-८-० | जिनचंद्रजीवनचंद्रिका (गुजराती) भेट
प्राप्तिस्थानम्-श्रीजिनदत्तमूरि-ज्ञानभंडार, महावीरस्वामि-जैन-मंदिर, पायधुनी, मुंबई ३.
०-८-०
॥ ३७१॥
भेट
Jain Educationa l
For Private & Personal Use Only
HAmainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 394 395 396 397 398