Book Title: Bhagwati Sutra Part 03
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 4
________________ ४ के फोपके स्वरूपका वर्णन ^ स्थितिका निरूपण और क्रेन्द्र के गमनागमन आदिका निरूपण भवसिद्धिक है कि अभवसिद्धिक आदि विषयमें aritater निरूपण दूसरा उद्देशा २ उद्देशेका सक्षिप्तविषयका विवरण निका सममसरण और घमरेन्द्रका निरूपण कुमार देवी उत्पातक्रियाका वर्णन २ पूर्वभव जाति मत्रम्या, और पादपोपगमन सयारेका निरूपण मके प्रति चमरेद्रकी उत्पातक्रियाका निरूपण द्वारा वज्रका छोडना और चमरका भगवान के शरणमें आनेका निरूपण न्द्र के विचार आदिका निरूपण 1 देवोके पुद्गलप्रक्षेपमसिसहरण शक्तिके कथनपूर्वक ऊपरकी ओर और नीचेकी भोर गमनशक्तिका निरूपम मोर चमरेन्द्र गतिके स्वरूपका निरूपण ५ બાવીસ मति चमरा क्षमा प्रार्थना आदिका n 7 निरूपण अनुरकुमारके सौधर्मकल्पपर्यन्त ऊर्ध्य गमनके स्वरूपका निरूपण तीसरा उद्देशेका मारभ तीसरे उदेशका सक्षिप्त त्रिपयका विवरण क्रियाके स्वरूपका निरूपण क्रिया वेदनके स्वरूपका निरूपण नोवो एजनादि क्रियाका निरूपण २५७-२७२ २७२ २७४-२९६ २९७-३०८ ३०९-३१४ ३१५-३४५ ३४५-३७८ ३५८-३७५ ३७५-४२८ ४२८-४४० ४४०-४६० ४६१-४७५ ४७६-४९४ ४९५-५११ ५११-५२० ५२१-५२२ ५२३-५३५ ५३५-५४२ ५४२-५८३

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