Book Title: Bhagvati Sutra Part 05
Author(s): Ghevarchand Banthiya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 527
________________ शतक १७ उद्देशक १६ १ प्रश्न-वायुकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा० ? १ उत्तर-एवं चेव । ॥ सत्तरसमे सए सोलसमो उद्देसो समत्तो ॥ १ प्रश्न-हे भगवन् ! सभी वायुकुमार समान आहार वाले हैं, इत्यादि १ उत्तर-हे गौतम ! पूर्ववत् । - प्रश्न। शतक १७ उद्देशक१७ १ प्रश्न-अग्गिकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा० ? १ उत्तर-एवं चेव । ® सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति • ॥ सत्तरसमे सए सत्तरसमो उद्देसो समत्तो ।। १ प्रश्न-हे भगवन् ! सभी अग्निकुमार समान आहार वाले हैं, इत्यादि प्रश्न। १ उत्तर-हे गौतम ! पूर्ववत् । हे भगवन् ! यह इसी प्रकार है। हे भगवन् ! यह इसी प्रकार है-यों कह कर गौतम स्वामी यावत् विचरते हैं। सत्रहवां शतक समाप्त Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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