Book Title: Aptamimansa
Author(s): Samantbhadracharya, Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 182
________________ शब्द-सूची १०२ ७८ अहेतु, कत्व १९,२७,५२ उपादान-नियाम आ उपाधि आगम १,७६,७८ उपेक्षा आगमसाधित उभयैकात्म्य १३,३२,५५,७०, आत्मन्-त्मा १९,३०,५७ ७४,७७,८२,९०, आदान-हानधी, आद्य १०२ ९४,९७. आनन्त्य आदेय-त्व . १०४,११३ एकसन्तान आपेक्षिकसिद्धि एकान्त ,९,१२,१३,२४,२८ आप्त,-ता ३,७,७८,११४ ३३,३७,३९,४१,५५ आप्तमीमांसा ११४ ६१,६७,७०,७४,७७ आप्तभिमानदग्ध ७८,८१,८२,९०,९४, आभास ७९,८१,८३ ९७,१०४,१०७,१०८ आवरण ४ एकान्तग्रहरक्त आश्रय ६४,६५ एकान्तपक्ष १२,२४,२८,३७,४१ आश्रयायिभाव ऐक्य ३३,३४,७१ आश्रयी आस्रव . ९५ कथंचित् १४ कर्म ८,२५,९६ इन्दियार्थ कर्मद्वत इष्ट ६,७,१४,९१ कर्मबन्धानुरूप ईप्सितार्थाङ्ग ११३ कामादिप्रभव १३,३२,४५,५०,५५, कारक २४,३७,३८,७५ ७०,७५,७७,८२,८४, कारण ६१,६४,६८ ९०,९४,९७ कारक-ज्ञापकाङ्ग ७५ उत्पाद ५८,५९ कार्य १०,२१,३९,४१,४२, २,५७ ५३,५८,६१,६३,६८, उपनयैकान्त ८१ ३८ २५ उक्ति उदय Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org |

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