Book Title: Anekant Vyavastha Prakaranam Part 02
Author(s): Dakshvijay
Publisher: Vijay Lavanyasurishwar Gyanmandir

View full book text
Previous | Next

Page 440
________________ अङ्कः १ २ १० 99 १२ १३ १४ १५ १६ १७ १८ १९ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ ★ श्रीविजयनेमिसूरीश्वरग्रन्थमाला - रत्नानि ग्रन्थनाम धातुरलाकर प्रथमविभाग प्रथमावृत्ति द्वितीयावृत्ति "" 19 धातुरत्नाकर द्वितीयविभाग धातुरत्नाकर तृतीयविभाग धातुरत्नाकर चतुर्थविभाग देवगुर्वष्टक स्वोपज्ञवृत्तिसहित देवगुर्वष्टक तथा कदम्बाष्टक धातुरत्नाकर पञ्चम विभाग धातुरलाकर षष्ठ विभाग मूतनजिनस्तवन मालादिसंग्रह आवृत्ति ८ महावीरस्तवनमाला महावीरछत्रीशी परायण तथा कण्ड्डादिप्रकाश नूतनतीर्थस्तवनमाला कण्वादिप्रकाश सविधिपञ्चप्रतिक्रमणादिसंग्रह धातुरत्नाकर सप्तम विभाग स्तुतिचोवीसी विधियुक्त पञ्चप्रतिक्रमणादि भाग १ थी [ आवृत्ति - १-२-३] जीवविचार पद्यानुवाद तथा टिप्पण सिद्धमदीपिका अष्टाध्यायीयुक्ता तत्त्वार्थत्रिसूत्री प्रकाशिकासहित प्रथम कर्थग्रंथ पद्यानुवादादिसहित जिनसंगीत सरिता प्रथमावृत्ति, द्वितीयावृत्ति सिद्धमदीपिकाप्रकाश प्रथम विभाग चैत्यवन्दनभाष्य पद्यानुवादादिसहित स्वाद्यन्तरत्नाकर प्रथम विभाग तिलकमञ्जरीमहाकाव्य टीकात्रयोपेत मूल्यम् रु. आ. पै. ५-० १२-० . ४ O ४-० २ -O • २ ४-८ 01810 ०-१२० ०-१४-० 61110 0-8-6 ०-१२-०

Loading...

Page Navigation
1 ... 438 439 440 441 442