Book Title: Anekant 1994 Book 47 Ank 01 to 04
Author(s): Padmachandra Shastri
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

View full book text
Previous | Next

Page 118
________________ ११. राहुल सांकृत्यायन-ऋग्वैदिक आर्य पृ०९ ३४. म्लेच्छ जातीयाः: दरद भेदादयश्चांडाल भेदा. १२. अत्रिदेव : आयुर्वेद का इतिहास पृ. २०६ ३५. प्राकृत साहित्य का इतिहास पृ० २६ १३. कागड़ा गजेटियर पृ० ५०१ ३६. liot or Dowson : The Arab Geogra. १४. शिवप्रसाद डबराल : उत्तराखण्ड के मोटान्तिक पृ०८ phers. १५. राहुल सांकृत्यायन : ऋग्वैदिक आर्य पृष्ठ ८३ ३७. विष्णुपुराण भारत : चौखम्मा संस्करण १९६७ ई. १६. डबराल-मोटातिक पृ०८ । पृ. ३२ तथा Studies in the Geography of १७. भेदाः किरात शबर पुलिन्दा म्लेच्छजातयः ancient and medieval India, P.95 -अमरकोष २।१०।२० ३८. आदिपुराण में प्रतिपादित भारत आदि पुराण १८. डबराल भोटांतिक पृ०८ २६४६ पृ० ५४ १६. राहुल सांकृत्यायन : ऋग्वैदिक आर्य प.०८१ ३६. अनणुकोणोकणित पाणिभिः किरातः परिवृतः २०. वही पृ०६२ पृ० २२० २१. आदिपुराण भाग २ पृ० १२७ ४०. डा० नगदीश चन्द्र जैन : प्राकृत साहित्य का डा. जगदीसचन्द्र जैन प्राकृत साहित्य का इतिहास इतिहास पृ० ११३ पृ० ११७ ४१. वेदव्यास स्मृति १२१०-११ २२. राहुल सांकृत्यायन : ऋग्वैदिक आयं पृ० ८३ ४२. मनुस्मृति ६०।४३-४४ २३. शेरिंग : Western Tibet and Baitish borderland पृ० १५ ४३. अथर्वेद १०४१४ सैत्तिरीय ब्राह्मण ३।४।११ २४. राहुल सांकृत्यायन : ऋग्वैदिक आर्य पृ० ८३ ४४. महाभारत-अनुशासन पर्व ३५१७।१८ २५. राहुल साकृत्यायन : पुरातत्त्व निबन्धावली १० ११५ ४५. किरातार्जुनीयम् १२१४०-४३ २६ Hodiwal: Studies in Indo Muslim ४६ धर्मशास्त्र का इतिहास भाग-१ पृ० १२६ history. ८७. अभिधान रत्नमाला २१५९८ २७. कागड़ा गजेटियर पृ० १७२ ४८. महाभारत (कणं पर्व) ७३१२० २८. (अ) Pyggot Be hristoirc India. ४६. भगवती सूत्र १।३३।३८० Anciet cities of India पृ० २२६ ५०. Dr. J.C. Sikdar : Studies in Bhagwati २९. महाभारत-वनपर्व अ० ४२ ___sutra P. 321 ३.. पियर्सन : सिग्विस्टिक सर्वे आफ इण्डिया जिल्द ५१. जम्बुद्दीव पण्णति, ५६ पृष्ठ २३ १ खण्ड १ पृष्ठ ४१ ५२. विष्णु पुराण (विलसन का संस्मरण) पृ० १५६-६० ३१. Sherring: Western Tibet and British *3. Le Nepal. 11 PP. 7218 Sylvain levi borderland P.२०४-२०५। ५४. J.A.S. B.XIX Leong-chroncles of Trir ३२. काश्मीरन्तु समारम्य कामरूपात्व पश्चिमे। pura P.536 भोटान्त देशो देवेशि ! मानसेशाच्च दक्षिणे॥ ५५. पउमचरिप २७१७-६ शक्ति संगमा तंत्र ३१७३३ ५६. रघुवंश ३८० ३३. जेहिं किज्जा घाला, जिण्णुणिवाला, भोटन्त ५७. स्काफ द्वारा अनुवाद पृ० ४७, ६२ पिट्टन्त पले। भंजाबिय चीणा, दाहिहीणा लोहावत हाकंद पले। ५८. मैकक्रिडल्ल पोलेभी, मजूमदार द्वारा सम्पादित ... ...काशी राजा जखण चले। राहल सांकृत्यायन पुरातत्त्व निबन्धावली ५६. कालिदास का भारत भाग पृ० ६२ कागज पाति:-श्रीमती अंगरीदेवीन, धर्मपत्नीथी शान्तीलालन कागजीके सौजन्य से नई दिल्ली - -

Loading...

Page Navigation
1 ... 116 117 118 119 120