Book Title: Anekant 1953 09 Author(s): Jugalkishor Mukhtar Publisher: Jugalkishor Mukhtar View full book textPage 1
________________ मनकान्त सम्पादक-जुगलकिशोर मुख्तार 'युगवीर' QOGIG विषय-सूची १११ कान्त १ ज्ञानीका विचार-[कविवर द्यानतराय दशलाक्षाणिक धर्मस्वरूप-[कयिवर रइधू ...१०८ 'वीतराग-स्तवन' के रचयिता अमर कवि-[श्री अगरचन्द नाहटा ११३ दशधर्म और उनका मानव जीवनसे सम्बन्ध [पं० वंशीधरजी व्याकरणाचार्य... ५ उत्तम क्षमा-[पं० परमानन्द जैन शास्त्री ... ६ दस लक्षण धर्म-पर्व-[श्री दौलतराम 'मित्र'... ... १२२ ७ उत्तम मार्दव-[श्री १०५ पूज्य चुल्लक गणेशप्रसादजी वर्णी... १२३ सत्य धर्म-[ ... १२६ शौच धर्म-[ले. पं० दरबारीलाल कीठिया, न्यायाचाय १० श्रार्जव-[अजितकुमार जैन ... १३० ११ उत्तम तप-[पी० एन० शास्त्री १३१ १२ संग्रहकी वृत्ति और त्याग धर्म (ले. श्री पं० चैनसुखदासजी न्यायतीर्थ १३ तत्वाथ-सूत्रका महत्व पं७ वंशीधरजी व्याकरणाचा १३२ १४ संयम धर्म-- श्री राजकृष्णजी जैन १५ आकिंचन्य धर्म-[परमानन्द शास्त्री १६ ब्रह्मचय पर श्रीकानजी स्वामीके कुछ विचार ... १४२ १७ आत्मा, चेतना या जीवन-[बा०अनन्तप्रसादजी B.Sc.Eng. १४३ सितम्बर सन् १९५३ ३ ... १४० अनेकान्तके ग्राहक बनना और बनाना प्रत्येक साधर्मी भाईका कर्तव्य है GRAM Jain Education International For Personal Prive Use OnlyPage Navigation
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