Book Title: Ancient Jaina Hymns
Author(s): Charlotte Krause
Publisher: SCIndia Oriental Institute Ujain
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CRITICAL APPARATUS 43d मरु; खलु; 44a. इछं; समाही; 44b णोच्छा; 44d वममः धित 45a दृकुमद; प्रभोवी; 45c चरकाण; 45d सुमुय; 46a. सुंदवासवाली; 45b सदगुणोघ; 45c आसा; 45d भावः.--
4. SANKHEŠVARA-PĀRŚVANĀTHA-STAVANA 2b स्फूर्जता; 2c प्रशक्ते; 3c फणीफणा; 4a. दुर्यवना; 6b प्रतिष्टाः; 9a. युक्; 10c बीजं; 11c रुज़; 12a. वस्त्रे; 13a. खटा; 13b नोज्वलः; 13c धूमल; 14b सम्यक्ज्ञा; 16b जीवितमे; 17a. श्रुती.
5. TIRTHAMĀLĀ-CAITYAVANDANA ___1a. शे; शीख, भृगुः 1b सिंहे; अज्जाहरे श्रीपूरे; 1c कोडोनाहडमंतृ (कोडी on margin); अर्बुदे; 1d पल्ली; फलद्धी; शैरंसी; 2a. चंपाराजचचक्रमथुराजोद्वाप्रतिष्टानगे; 2b स्वर्णगीरौ; सुरगीरौ; देवके; 2 पाडलादशपूरे; 2d कर्णाटके शीवपूरे; 3a. मेरु; 3b वन्देश्रापद; भोधे; 3c विणा; राजन्गरे; 3d कुंत्तिपल्लवी; 4a. त्यपूरे; गढमढगी; 4b वावीहपूरे; ईडरे; 4c वोहार; 4d शत्यपूरे; बाहडपूरे; 5a. नंदवंदसमौसमि; मंड; 5b कर्करपूरे; चत्या; 5c ज्जोतिर्वितरकल्पवाशीनी; भोमेषुच; 5d स्तेसर्वेपोहोसांस्वतेतिजिननांकु.
6. VİRA-STUTII 1c इथं; षट्जाति; जतंसकलातिः; 1d विदित; पातसौ; 2a. षुषुदा; 2d येषांवातो; बुधापातु; 3c भांक्षुद्रभिः; 3d स्तुर्यलोषं; पांतु; 4a. त्रिटाभिस्त्राटयंति; करितटं; 4b कोटादुः; मटिमट; साटयंती; 4c उता; 4d ट्याद्यालयंती; वसा; छंदसौवर्द्धमानः.
7. MAHAVIRA STUTI 1a क्रोध; 2c सुषम; 2d दधतु; मंडनमंडने; 3a मदनसुरः; 3b रौद्र; 3d सासनं; 4b विहितघृक्षः; 4c सोभावलष्यः; 4d सर्वाणु.
S. SÍMANDHARA-STAVANA 1d स्वामिय; 2b वेलुअ; 6d नमऊ; 10b लगउ; 12c लगउ; 12d नाहजइ; जुगउ; 13a धन्न; 13d रहि; 14b देइ, 14c तुम्ह; 14d रूव; 15a ठिउचरण; 17d बहू; 18d करितारिगो; 20a तुंहजि (3 times); 20b तउं; 20c वीनवउ.--
(1) In the onomatopoetic passages, o has been left unchanged, as it does not seem possible to decide when it stands for a there.
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