Book Title: Anant Sakti Ka Punj Namokar Mahamantra
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 64
________________ (६२) है । तब नमोकार मंत्र का प्रयोगकर्ता नवकार मंत्र का जाप करते हुए उसके शरीर का स्पर्श करता है अथवा फूँकता है, या अभिमंत्रित जल पिलाता है, छींटे देता है तब एक प्रकार की विद्युत जिसे मंत्र - शक्ति से उत्पन्न हुई विद्युत कहा जाता है, विष प्रभावित व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करके रक्ताभिसरण क्रिया के अवरोध को समाप्त करके सामान्य बना देती है, वह व्यक्ति सचेतन हो जाता है, चमत्कार सा हो जाता है । यदि विष प्रभावित व्यक्ति मूर्च्छित न हुआ हो, उसकी चेतना जागृत हो तो वह स्वयं भी नमोकार महामंत्र के जाप से ऐसे चमत्कारी परिणाम और भी शीघ्र प्राप्त कर सकता है ।

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