Book Title: Anand
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sugal and Damani Chennai

View full book text
Previous | Next

Page 345
________________ वैदिक पंच यम : वैदिक धर्म का पंच-यम जैन पंच-शिक्षा के सर्वथा समान है। भावना में भी और शब्द में भी । पंच-यम का उल्लेख योग-सूत्र में इस प्रकार है- अहिंसासत्यास्तेब्रह्मचर्यापरिग्रहाः यमा: 1 यम का अर्थ है, संयम, सदाचार, अनुशासन । भारत की राजनीति में आज जिस पंचशील की चर्चा की जा रही है, प्रचार हो रहा है, वह भारत के लिए नया नहीं है। भारत हजारों वर्षों से पंचशील का पालन करता चला आ रहा है । राजनीति के पंचशील सिद्धान्त का विकास बौद्ध पंचशील से, जैन पंच-शिक्षा से और वैदिक पंच-यम से भावना में बहुत कुछ मेल खा जाता है । बौद्ध पंचशील और जैन पंच-शिक्षा की मूल आत्मा सह अस्तित्व और सहयोग में है। ___ मानवतावादी समाज का कल्याण और उत्थान अणु से नहीं, सह अस्तित्व से होगा- यह एक ध्रुव सत्य है । 328

Loading...

Page Navigation
1 ... 343 344 345 346