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अमरसेणचरिउ
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वोलइ सयाणी सराधु
बोलता है देशी धातु
चतुरा
सुहाइ सूली हक्कारि हाल होइ जाउ
श्राद्ध सुई सुहाता है। देशी धात फाँसी चिल्लाकर तत्काल हो ही जाता है।
२।५।११ २।२।१० १।१८७ १।१४।१७
१।२।२ १११५७
२।६।८ १।१७।२ १।२२।२२
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