Book Title: Alankar Sarvasvam
Author(s): Gaurinath Pathak
Publisher: Sharda Bhavan

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Page 132
________________ ... ३५ विलिखति .... ... ... ५२ सवः पायादि ... विसृष्टरागा ... | स वक्तुमखि विस्तारशालिनि सहसा विदधीत वृषपुंगवल ... सह्याः पन्नग शरदीव ... साधूनामुपकर्तु शशी दिवस ... ... १ सा बाला वय शुद्धान्तदुर्लभ साहित्यपाथो शैलेन्द्रप्रतिपाद्य सीमानं न जगाम .... स एकत्रीणि ... , ... ७४ सुहश्र विलम्बसु संकेतकाल ... ... ... ७ सौजन्याम्बु ... संग्रामाङ्गन स्पृष्टास्ता नन्दने संचारपूतानि ... ... ४४ स्वपक्षलीला सच्छायाम्भोज | स्वेच्छोपजात सजातपत्र ... | हा राही शित सत्पुष्करद्योति हृदयमधिष्ठित सधः करस्पर्श | हे हेलाजित ... सद्यः कौशिक

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